Book Title: Mahamantra Namokar Vaigyanik Anveshan
Author(s): Ravindra Jain
Publisher: Megh Prakashan

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Page 189
________________ उत्तर: प्रश्न -३४. णमोंकार मन्त्र पर अंग्रेज़ी में लिखित किसी एक पुस्तक और लेखक का नाम बताओ। पुस्तक A Scientific Treatise on the Great Namokar Mantra. लेखक - डॉ. रवीन्द्र कुमार जैन प्रश्न -३५. इस महामन्त्र में किसको नमन किया गया है ? उत्तर - गुणों को नमन किया गया है - पंच परमेष्ठियों के गुणों को। प्रश्न -३६. प्रत्येक परमेष्ठी के गुण बताइए। उत्तर - पाँचों परमेष्ठियों के गुण इस प्रकार हैं - . दिगम्बर परम्परा . श्वेताम्बर परम्परा मन्दिर मार्गी स्थानक वासी अरिहन्त १२ १२ ८ सिद्ध आचार्य उपाध्याय २८ साधु १४३ _ १०८ १०८ .. स्पष्टीकरण मुक्त आत्माएँ दो प्रकार की हैं - एक - अरिहन्त - तीर्थंकर केवली दो - सामान्य अरिहन्त केवली सामान्य अरिहन्त केवली के तो अनन्त चतुष्ट्य (अनन्त दर्शन, अनन्त ज्ञान, अनन्त सुख, अनन्त वीर्य) जो आत्मा के ४ गुण हैं, वे ही होते हैं । तीर्थंकर अरिहन्तों के ४६ गुणों में ३४ अतिशय, ८ प्रातिहार्य और ४ अनन्त चतुष्ट्य होते हैं । ४६ में से ४२ शरीराश्चित और पुण्याश्रित हैं जो मुक्त होते ही छूट जाते हैं । 2188

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