Book Title: Jina Sutra Part 1
Author(s): Osho Rajnish
Publisher: Rebel Publishing House Puna

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Page 9
________________ अनुक्रम 65 111 135 157 1. जिन-शासन की आधारशिला : संकल्प 2. प्यास ही प्रार्थना है 3. बोध-गहन बोध-मुक्ति है 4. धर्म ः निजी और वैयक्तिक 5. परम औषधि ः साक्षी-भाव 6. तुम मिटो तो मिलन हो 7. जीवन एक सुअवसर है 8. सम्यक ज्ञान मुक्ति है 9. अनुकरण नहीं-आत्म-अनुसंधान 10. जिंदगी नाम है रवानी का 11. अध्यात्म प्रक्रिया है जागरण की 12. संकल्प की अंतिम निष्पत्ति ः समर्पण 13. वासना ढपोरशंख है 14. प्रेम से मुझे प्रेम है 15. मनुष्यो, सतत जाग्रत रहो 16. उठो, जागो-सुबह करीब है 181 203 225 249 271 295 319 341 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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