Book Title: Jainpad Sangraha 05 Author(s): Jain Granth Ratnakar Karyalaya Mumbai Publisher: Jain Granth Ratnakar Karyalay View full book textPage 3
________________ श्रीवीतरागाय नन जैनपदसंग्रह पांचवाँ भाग। अर्थात् कविवर बुधजनजीके पदोंका संग्रह । जिसे श्रीजैनग्रन्थरत्नाकरकार्यालयके स्वामियोंने बम्बईके निर्णयसागर प्रेस वालकृष्ण रामनन्द घाणेकरके प्रबन्ध छपाकर प्रकाशित किया। श्रीचीर नि० संवत् २४३६ । ई० मन १९१० ॥ पहलीवार। मूल्य छह थानाPage Navigation
1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 ... 115