Book Title: Jain Dharm Darshan Part 03
Author(s): Nirmala Jain
Publisher: Adinath Jain Trust

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Page 66
________________ प्रोसेस्ड फुड में डाले गए बुटिलेटेड हाइड्रोक्सी, एनीसोल, मोनो सोडिम, ग्लुयमेट, एन्टोई आक्सीडन्ट आदि शरीर को हानि पहुंचाते हैं। इस खाद्य सामग्री को फूलन न चढे इसलिए सोडियम प्रोपर्नेट और ज्यादा समय रखने के लिए नाइट्रेट या सोडियम नाइट्रेट मिलाया जाता है। * मोनो सोडियम और ग्लुटामेट जैसे रसायन केन्सर, बच्चों को मस्तिष्क रोग पैदा कर सकते हैं, इससे दिल की धडकन बढती है, सिरदर्द और फेंफडे बिगडते हैं। मुँह, छाती, गला और चर्म रोग व उनकी संवेदनशीलता घटने लगती है। सोडियम आदि के संयोजन से खाद्य सामग्री को स्वादिष्ट बनाने में आती है, उससे भी दातों में सडान, हृदय रोग, तीव्र रक्तचाप, फेफडों की बिमारी हो सकती है। बाजारु पेय, आचार, होट डोग, जाम जेली में आने वाले अमारन्थ से केन्सर होता है। 8. जिलेटिन :- गाय की हड्डी और पैर की खुर में से बनता है। जैली आईस्क्रीम, चीझ, केक, विदेशी मिठाईयों और मिन्ट में उपयोग होता है। बहुत सारी आईस्क्रीम में जिलेटीन + चरबी + ई नाम का मांसाहारी अडीटी उपयोग होता है। * जिलेटीन प्राणियों के हड्डियों का पाउडर है। इसका उपयोग जेली, आईस्क्रीम, पीपरमेन्ट, केप्सुल, च्युइंगम आदि बनाने में किया जाता है। POD -: CRACKLE Vicnic DESCR DAIRY SILK * जाजाब्स, एकस्ट्रा स्ट्रांग, सफेद पीपरमेन्ट, जेली क्रिश्टल में जिलेटीन आता है। * बटर में उसी रंग के असंख्य त्रस जीव-जंतु होते हैं। * चाइनाग्रास - समुद्री काई - सेवाल (लील) के मिश्रण से बनाया जाता है। * क्राफ्ट चीस 2-3 दिन के जन्में बछडे के जठर को निचोडकर रस निकाला जाता है। यह पीझा के उपर लगाने में काम आता है। * मेन्टोस :- इसे बनाने में बीफटेलो, बोन (हड्डी का पाउडर और जिलेटीन) का उपयोग किया जाता है। * पोलो :- इसमें जिलेटीन और (बीफ ओरिजीन) गाय - बैल के मांस का मिश्रण किया जाता है। इसमें मांसाणु के कारण इन्हें खाने वालों के HALDWAN स्वभाव में तीखापन, बात-बात में चिडचिडापन आदि होता है। * नूडल्स सेव पेकेट - इसमें चिकन फ्लेवर (मुर्गी का और अंडे का रस होता है जो नास्ते में खाते हैं। - Little 61 Heari DAL * सूप पाउडर तथा सूप क्युब्स :- इसमें भी मुर्गी का रस आता है। * पेप्सीन (साबुदाना का वेफर) :- • रतालु नाम के जमीनकंद के रस से बनती है। रस के कुंड में असंख्य कीडे आदि जन्तु पैर से कुचल दिए जाते हैं। उस रस के गोल गोल दानों को साबुदाना कहते हैं। इसमें अनंतकाय और असंख्य त्रस जंतुओं का कचूमर निकलता है। * टूथपेस्ट :- प्रायः सभी में अंडे का रस, हड्डी का पाउडर, तथा प्राणिज ग्लिसरीन की मिलावट होती है। इसके KASHMIR

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