Book Title: Jain Bharati
Author(s): Gunbhadra Jain
Publisher: Jinwani Pracharak Karyalaya Kolkatta

View full book text
Previous | Next

Page 8
________________ ( ख ) कोष पुराण ग्रन्थ चिकित्सा शास्त्र प्राकृत भाषा काव्य चित्र विद्या कवि जिनसेनाचार्य रविपणाचार्य समन्तभद्राचार्य सिद्धसेन दिवाकर कुंद कुंदाचार्य गुणभद्राचार्य प्रन्थकारोंकी नम्रता स्तोत्र ३२ वैराग्य ३३ तपोवन ३४ अकृत्रिमता ३४ शक्तिका उपयोग ३५ हमारा सुख ३६ ग्रामीण जीवन ३७ नागरिक जीवन ३७ चारित्र ३७ रात्रि भोजन त्याग ३८ जल गालना ३८ मय मांस मधुका त्याग ३६ शुद्धि ३६ तीर्थ क्षेत्र ३६ सम्मेद शिखर ४० कैलाश ४० गिरनार ४१ चंपापुरी पावापुरी ४३ वीनाजी अतिशय क्षेत्र ४५ केशरियाजी ४६ ग्रहस्थाश्रम में ४८ विश्व सेवा ४६ वीर शासनका वीर मंत्र ५० उदारता स्तुतियें वीर पुरुप आचार्य उपाध्याय मुनिराज मूर्ति पूजन वक्ता श्रोता

Loading...

Page Navigation
1 ... 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 ... 188