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थी, इस कारण जान पड़ता है कि पुन्नाट संघ कित्तूरसंघ भी कहलाता था । श्रवणबेलगोलके १९४ वें नम्बरके शिलालेखमें—जो शक संवत् ६२२ के लगभगका लिखा हुआ है - कित्तूरसंघका उल्लेख है और प्रो० हीरालालजी भी इसे पुन्नाट संघका ही दूसरा नाम अनुमान करते हैं ।
पुन्नाट शब्दका एक अर्थ नागकेसर भी है * और कर्नाटक प्रान्त में नागकेसर कसरतसे होती है । वहाँ नागकेसरके जंगलके जंगल नज़र आते हैं । जान पड़ता है, इसी कारण इस देशको पुनाट संज्ञा प्राप्त हुई होगी । पुंनाग और पुंनाट पर्यायवाची शब्द हैं । मुनिसंघ और उनका इतिहास |
होता है
संघ शब्दका अर्थ समूह है । यद्यपि मुनि, आर्यिका श्रावक और संघ प्रसिद्ध है; परन्तु मुख्यतः यह शब्द मुनिसमूहके लिए ही व्यवहृत हास अभीतक प्रायः अन्धकारमें छुपा हुआ है और शायद आगे भी जा सकेगा । क्योंकि उनके बतानेवाले साधनों का प्रायः अभाव है । मालूम हो सका है, उसे लिपिबद्ध कर देना उचित मालूम होता है ।
* देखो श्रीयुत् एल० आर० वैद्यकी 'दि स्टेण्डर्ड संस्कृत इंग्लिश डिक्शनरी ' ।
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श्राविकारूप चतुर्विध
मुनिसंघों का इति
।
उसपर पूरा
प्रकाश नहीं डाला
फिर भी इस विषय में जो कुछ
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