Book Title: Gyanarnav Author(s): Shubhachandra Acharya, Balchandra Shastri Publisher: Jain Sanskruti Samrakshak Sangh Solapur View full book textPage 8
________________ प्रकाशकीय निवेदन यह ज्ञानार्णव ग्रन्थ ध्यान-योगका विस्तारपूर्वक वर्णन करनेवाला अपूर्व अध्यात्म ग्रन्थ है। इस ग्रन्थके हिन्दी अनुवाद करने में श्रीमान् पं.बालचन्द्रजी शास्त्रीने सहयोग दिया उसके लिए हम उनका हार्दिक धन्यवाद मानते हैं । तथा इस ग्रन्थके प्रकाशन कार्यमें सन्मति मुद्रणालय वाराणसीका सहयोग मिला जिसके लिए हम उनका आभार मानते हैं। यह ग्रन्थ ध्यान धारणा करनेवाले मुमुक्षु भव्य जीवोंको अतीव उपयुक्त होगा ऐसी हम आशा करते हैं। मन्त्री बालचन्द देवचन्द शहा Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.orgPage Navigation
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