Book Title: Gnatadharmkathanga Sutram Part 03
Author(s): Kanahaiyalalji Maharaj
Publisher: A B Shwetambar Sthanakwasi Jain Shastroddhar Samiti

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Page 827
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir e ज्ञाताधर्मकथा निर्गता यावत् भगवन्तं पर्युपास्ते । तस्मिन् काले तस्मिन् समये ' राई ' रात्रिःराजिनाम्नी देवी चमरचश्चायां राजधान्याम्, एवं यथा काली तथैव- आगता, नाट्यविधिमुपद प्रतिगता । ' भंते त्ति ' हे भदन्त । इति सम्बोध्य भगवान् गौतमः ' पुण्यभवपुच्छा ' पूर्वभवपृच्छा रात्रि देव्याः पूर्वभवं पृच्छति । भगवान् प्राह - एवं खलु हे गौतम । तस्मिन् काले तस्मिन् समये आमलकल्पा नगरी, आम्रशालवनं चैत्यम्, जितशत्रू राजा, रात्रिर्गाथापतिः, रात्रिश्रीर्भार्या तयोः तेणं काळेणं तेणं समएणं राई देवी चमर चंचाए रायहाणीए एवं जहा काळी - तहेव आ गया नहविहिं उवसेत्ता पडिगया) प्रभु का आगमन सुनकर नगर निवासिनी समस्त जनता उन प्रभु के दर्शन करने और उनसे धर्मोपदेश सुनने के लिये उस गुणशिलक उद्यान में आई ! प्रभु ने सब को धर्म का उपदेश दिया । सबने प्रभु की पर्युपासना की। उस काल में और उस समय में रात्रिनाम की देवी चमरचंचाराजधानी में रहती थी जैसे वहां काली देवी रहती थी। सो वह भी प्रभु का आगमन सुनकर वहां आई। वहां आकर उसने नाटय विधि दिखलाई और दिखलाकर फिर वह वहां से वापिस अपने स्थान पर चली गई । ( भंते त्ति भगवं गोयमा ! पुग्वभवपुच्छा एवं खलु गोयमा ! तेणं काळेणं तेणं समएणं आमलकप्पा णयरी अंबसालबणे चेहए - जियसत्तू राया राई गाहावई, रायसिरी भारिया, राई चमरचंचाए रायहाणीए एवं जहा काली - तदेव आगया नट्टविहिं उनंदसेत्ता पडिगया ) પ્રભુનું આગમન સાંભળીને નગરના બધા નાગરિકજને તે પ્રભુનાં દર્શન કરવા માટે તેમજ તેમની પાસેથી ધર્મોપદેશ સાંભળવા માટે તે ગુણુશિલક ઉદ્યાનમાં આવ્યા. પ્રભુએ ખધાને ધર્મના ઉપદેશ આપ્યા. બધાએ પ્રભુની પર્યુંપાસના કરી. તે કાળે અને તે સમયે રાત્રિ નામે દેવી ચમરચચા રાજ ધાનીમાં કાલી દેવીની જેમ રહેતી હતી. તે પ્રભુનું આગમન સાંભળીને ત્યાં આવી. ત્યાં આવીને તેણે નાટયવિવિધ બતાવી અને ખતાવીને તે ત્યાંથી પાછી જતી રહી. For Private and Personal Use Only - ( भंते त्ति भगवं गोयमा ! पुत्रभवपृच्छा-एवं खलु गोयमा ! तेणं कालेणं तेणं समएणं आमलकप्पा णयरी अंबसालवणे चेइए - जियसत्तू : राया - राई गाहावई, रायसिरी भारिया, राई दारिया, पासस्स समोसरणं - राई दारिया

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