Book Title: Ghantamantrakalpa
Author(s): Digambar Jain Kunthu Vijay Granthamala Samiti Jaipur
Publisher: Digambar Jain Kunthu Vijay Granthamala Samiti

View full book text
Previous | Next

Page 46
________________ - २०] घण्टाकर्ण मंत्र कल्पः ___ जाप्य के समय सफेद वस्त्र हो, एकाग्रता हो व स्थिर आसन लगाकर जाप्य करें । सर्व योग निमित्त मंत्र विधि उपरोक्त मंत्र को लाल वस्त्र, लाल माला, लाल प्रासन से पूर्व दिशा में मुह करके दस हजार गुगुल की गोलो करके मंत्र पढ़ते जायें और मंत्र के उच्चारण के साथ एक गोली हवन में डालें यह विधि सात दिन तक करें । फिर दिन में एक बार भोजन करके शांति कार्यों में दिन पूरा करें। इन दिनों रात्रि में भूमिशयन करें । -- - - -- ------- हः पः क्षों क्षी क्षीं हं| सः आ ३०१६ अपि ३६क्षि * सा| २०४४ सि |८२४| प उअ सिआ उ सन आ ३२१४ उ २०२४ स्वाद सि १८२६ सा ४०/१७ हा मन अह ही हूं ह्रीं हां न ------ भक्षीक्षिी - T F [ यंत्र चित्र नं. ] कम्प न A

Loading...

Page Navigation
1 ... 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88