Book Title: Gaudavaho
Author(s): Vakpatiraj, Narhari Govind Suru, P L Vaidya, A N Upadhye, H C Bhayani
Publisher: Prakrit Text Society Ahmedabad

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Page 589
________________ 292 Gaüdavaho 746 258 437 262 248 400 अवहीरिअपिअअम अविओअगमिअदिअसं अविवेअसंकिणोच्चे असमप्पमाणदीहर' असमारणमलुब्भिज्जमाण° असरललीलागइ असलाहणे खलुच्चिअ असहिअविसुद्धसुकआ असुरोरद्विणिहंसण° अह कमलकाणणोठ्ठ अह केलासो वोलेइ अह तस्स थिरभुअ° अह परिअरो अणेओ अह मोहो परगुण अह विहसिऊण सणिअं अह सुद्धम्मि अ णिहसुत्थ अह से भएण गअदाण' । अह सो कआहिसेओ अहरप्पहादरारुण अहवि वलाअंतं कवलिऊण अहिआराणलकुंडंब अहिलंघिऊण लोअं अहिलासा रहस अहिलेतस्स कमेण अ अहिसारणम्मि तं रिउ° आ. आअवकढमाणणवंबु आअवकिलंतमहिसच्छि आआरपेसलाण वि आआसेइ पईवे आगमलंभे वयपरि' आगमवाआ छंदण्णुआ आमुअइच्चिअ जी आमूलवलिअवामोरु 1141 आमेहसमयसुहआ 1130. आयाणमरगअच्छवि 880 आरक्खवणमुहग्गिण्ण 145 आरूढ जोहणिवहा 840 आरूढो पासाअक्कमेण 265 आरंभिणो व्व संपइ 979 आरोहिणा पहाअक्कमेण 1179 आरोहंति णहअलं 7 आलुलिअवेणिलेहं 514 आलेखिअंच सरसं 636 आलोओ परिघोलइ 797 आवअणोरु णिरंतर 321 आवंडुसलिललंघिअ' 892 आवाइ माहवीणं 845 आसण्णपिअअमाहर' 1205 आसागअदाणाअंत 354 आसागएहिं सरहस' 192 आसारताडिआई 762 आसारपसरसरला 417 आसिहरपरिट्ठिअ° 1071 आसंसारं कइपुंगवेहि 80 1145 इअ अमअकुंभ 511 इअ अमुणिअवेहव्वा 712 इअ उक्कंठापडिवण्ण° इअ उण्णएण इमिणा 397 इअ ऊरुरु भीमेण 1088 इअ एस विहुअविसहर' 988 इअ एस हिअयणिम्माण° 1174 इअ ओआरिअचावम्मि 977 इअ कमणिम्महिआ° 802 इअ कामिणीण पिअअम° 157 इअ गरुअवइअरु° . 202 इअ चाडुचउरचारण 1171 227 743 801 1108 1157 385 790 771 1007 446 384 1100 674 87 470 191 381 844 491 826 843 694 1039 1138 736 254 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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