Book Title: Gaudavaho
Author(s): Vakpatiraj, Narhari Govind Suru, P L Vaidya, A N Upadhye, H C Bhayani
Publisher: Prakrit Text Society Ahmedabad

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Page 594
________________ Appendix I 297 ग 570 406 1102 54 __ 125 1003 318 107 1200 1131 1113 कुंडलससिसूरंतर कुणवत्तणसुलहूसास कुमुआवबोहमहुरा कुम्मटिअस्स दीसइ कुम्मविणिहिट्ठमूलो कुम्माहिवेण दीसइ कुलिसाणलपिंगलिओ कुलिसो ताडेइ धरे कुलिसो ण दीसइच्चि कुविआइ चलणपणओ कुसुमफलोसारिअ' कुसुमवरिसूसुआमर' कुसुमसयणिज्जमलणा कुसुमिअहरिअंदणकणअ° केऊरमरगओग्गिण्ण केऊरोरअसुंकार' कोउव्वत्तठिअविसम कोऊहलमिलिआमर कोऊहलेण आहव को जिंदइ णीअअमे को तेसु दुग्गआणं कोमारम्मि हरा को व विआरेइ विसेस कोवेण अ कअपं को व्व ण परम्मुहो कोलीकअकालाअरु कोसुमधणुबाणग्गह 1125 61 480 • 1059 333 गअजूहोअरणविभिण्ण 747 गअणं चं मत्तमेहं 1020 गअणमहिवेढणीलो 1037 गणवइणो सइसंगम 1016 गब्भालसाओ व पुणो 134 गब्भुग्गमलंघि 129 गंभीरगब्भमंद 153 गंभीरमहारंभा ___E गरुअअरमत्तवारण 985 गलिउम्मऊहपिहु 1188 गहणिवहबिंदुसंदोह 464 गहिअविविहंगराओ गहिअहिमच्छाययं व 1070 गहिआ गुणत्तणेएं ___B गहिओ विवलाअंतीएँ 105 गाढकवाडअदुक्खु 1180 गाढजहणत्थलक्खलण 221 गाढमअमूढहिअया 82 गाढालिगणतण्हा गिरिलुलिओअहिविहुआ 325 गुणसंभवो मओ ___89 गुणिणो विहवारूढाण° । 247 गुणिणा अहमा अ ठिआण 878 गेण्हउ विहवं अवणेउ 1126 रोहंति कंठफरुसाई गोउरमेत्तविणिग्ग गोसे विअसंति मराल 870 U 733 952 1068 956 1152 148 895 900 N. 975 1176 495 ख 630 585 घ खज्जूरमंजरीपिंजराण खणतरलिअपक्खउडा खणपरिअत्तसहाव खलिओ तई रहसु खुडिआ इमेण समरं 853 126 घडिअफुडिअंतरालो घडिअं मंदरदर' 293 घणलंबालअमाला 1012 घरगोलअदारो 393 1038 1042 682 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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