Book Title: Dictionary of Prakrit for Jain Literature Vol 02 Fasc 01
Author(s): A M Ghatage
Publisher: Bhandarkar Oriental Research Institute

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Page 140
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org अंती मीटरवरंगय - of the harem, Apa. छण्णवर सहस अंतेउरराणी CandappaCa. (Y.) student, AMg चत्तारि अंतेवासी पण्णत्ता, तं जहा • पव्वावणंतेवासी नाम 4.17.9. 495 अंतरवरगय (anteura-vara-gaya antahpura-varagata) adj. ppp. ) being in the excellent harem (i.e. in the -company of excellent women of the harem), AMg से देवलोगसरिसे अंतेउरवरगओ वरे भोए । भुंजित्तु नमीराया बुद्धो भोगे परिचय Utt. 9. 3. अंतेउरवासिजण (anteura- vāsi-jana < antahpura-vāsi - jana) m. people (in general) living in the harem, s. (वसंततिलका) सअलंतेउरवासिजणेण जहिच्छं पाडिज्जतो उट्ठाविज्जंतो अ चिट्ठसि Sin Mai. 2. 28.5. अंतेउरसचिव (anteura-saciva <antahpura-saciva ) adj. who has the harem as companion, accompanied by the harem, Apa. अह हत्थिहिं चडियउ जणसंघडियउ सेणिउ अंतेउर-सचिवु । पेरणिय निरंतरु पाउल - परिगह सालिभद्दघरि पत्तु निवु SaliSam. 6.11. अंतेउरालंकिया ( anteurälamkiyā < antahpurālamkrta ) f. (the chief queen ) beautified (or distinguished ) by (the retinue of) the harem, Apa. चलिय अंतेउरालंकिया राणिया अभयणामि त्तिणं देवि इंद्राणिया SudCa. (N.) 7.7.4. अंतेउरिया (anteuriya < antahpurikā ) . [ also 'उरिंगा ] woman of the harem, AMg तए णं ताओ अंतेउरियाओ सुबाहुं दारियं पट्टयंसि दुरुहेति Naya. 1. 8. 95; तए णं तं दोवई रायवरकण्णं .. अंतेउरियाओ हायं जाव सव्वालंकारविभूसियं करेंति Naya. 1. 16. 129; JM. कमलसिरीपभिईहिं अंतेउरियाहिं तह य मंतीहिं । सामंतेहि वि केहिचि सहिओ SupäsCs. 10. 284 अंतेउरियासत्थो परसु पडिउं परुन्नो सो AkkhaMa Ko 105.135; मन अंतेउरियाणं पव्वओववासपारणए साहूणं उत्तरपारणयं भविस्सर KalKa 47. 3; तओ गिहे गंतूण समाइट्ठाओ अंते उरियाओ KalKa 47.4; अन्नया ताहिं अंतेउरियाहिं रत्ना परिभूयाहिं विणिवाश्या विण्डुसिरी Era. 24. 22; पढमं नियगेहम्मि य तो रण्णा भोयणं सदीणारं । दिण्णं तओ कमेणं अंतेउरिगाइ- लोएणं UvPayTI. p. 21. 6 (ga. 501 ); JS. कण्णं विधवं अंतेउरियं तह सइरिणी सलिंग वा । अचिरेणलियमाणो अववादं तत्थ पप्पोदि Mala 182(4); Apa. तसु ... अंतेरियहं रइ समहं चिट्ठएं पंच सयाई SanKaCs. 666.6. ... अंतेउरीय (anteuriya < antahpurika) adj. ? ( status of ) belonging to the harem i.e. queenhood, Apa. अह अप्पिण विय सिय-मुहिउ घेष्पिणु अंतेउरीड SanKuCa. 713. 9. अं (antetthi < antyesti) f. last rites, i.e. funeral, 6. (विदूषक) मह अंतेट्ठि कादं परस्सहस्सा अआल-मिच्चुगो मिलिदा ānaSun. 1. 18. 26. अंतेपुर ( ante-pura < antahpura ). harem, AMg. रायंगणंसि वा अंतेपुरंसि वा रम्मंसि वा मणिकोट्टिमतलंसि अभिक्खणं अभिक्खणं अभिघट्टिजमाणस्स Jivabhi. 3.285 of अंतेउर. antahpura-vara) n. अंतेपुरवर ( ante-pura-vara [Laksmi (Gr.) 1.2.23 ( 59 ) ] excellent harem, JM. वत्थमाभरणं भंड अंतेपुरवरं जणो । सुवण्ण-रुप्प मणि-मुत्तं अभंतरतरं थिरं AngaVi. 86.26; 85.24. अंतेलि (antelli ) / Desi [DeNaMa. 1.55] [= antavat, having a final, i. e. itself being medial, ef. anants] 1 middle, JM. पयशविरसम्म संसारसायरेंतेलियसाररहियम्मि कह कह वि दिव्वजोएण "के‍ जीवा जर लहंति CaupCa. 52. 22; 2 belly, 3 wave, DeNaMa. 1.55. अंतेवासि ( ante-vāsi < ante-vāsin ) . [ / वासिणी ] [ PaiLaNa.] living or residing with the teacher, disciple, pupil, Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir णो उवाववासी धम्मंतेवासी Thana. 4. 424 (320); पासस्स णं अरहतो दस अंतेवासिसयाई Samav Pra. 63; महावीरस्स जेट्ठे अंतेवासी इंदभूती नामं अणगारे Viy. 1.1.4 (1.9); 2.5.21 (2.106) ; महावीरस्स अंतेवासी अज्जमुहम्मे नाम थेरे Naya. 1.1.4; 1.6.3; इहेब रायगिहे नयरे ममं अंतेवासी महासए नामं समणोवासए Uvas. 259 276 979; अज्जसुहम्मस्स अंतेवासी अज्जजंबू Antag. 3; देवाणुप्पियाणं अंतेवासी जाली नामं अणगारे Antag. 167; Viva. 2; भगवओ महावीरस्स अंतेवासी बहवे समणा भगवंतो Uvav. 23 24 25 27 पएसिस्स रण्णो अंतेवासी जियसत्तू नामं राया RayPa. 679; सट्ठि अंतेवासीसहस्सा सिद्धा Jambuddi. 2 83; 1.5; महावीरस्स जेट्ठे अंतेवासी SüraP. 1.5; Niraya. 2; आयरिओ अंतेवासिं इमाए चव्विधाए विणयपडिवत्तीए विणएत्ता āyārDas. 4. 14; चत्तारि अंतेवासि पण्णत्ता, तं जहा - उद्देसणंतेवासी नामेगे, नो वायाणंतेवासी Vava. 10. 13; गोयमस्स इंदभूइस्स अणगारस्स अंतेवासिस्स णायए पिज्जबंधणे वोच्छिण्णे Kapp. (J) 127 144; थेरस्स णं अजसंभूयविजयस्स माढरसगोत्तस्स श्माओ सत्त अंतेवासिणीओ अहावच्चाओ अभिण्णायाओ होत्या Kapp. ( Th. ) 5; JM सदेसे सिस्सिणि सज्झतेवासिणी कुलगणे य संघे य । कुलकणगा कुलवधू, विधवा य तहा सलिंगेणं NisBhs. 22:33; जेट्टे अंतेवासी गोयमगोत्ते KummCa. 7. अंतेसहवास ( ante-saha-vāsa < antah saha-vāsa). living together inside, Laksmi. (Gr.) 1.2.23 ( 59 ) अंतो (anto<antar) adv. near, AMg. णेव से अंतो, णेव से दूरे āyar. 1.5.1.1; JI अहियासियाई अंतो आसन्न चेव मज्झि दूरे तिनेव अणहियासी अंतो छ छ बाहिरओ ĀvNi. 1363. = siat (anto<antar) adv. [Hem.(Gr.) 1. 14; Mark. (Gr.) 8.9; PaiLaNs. 992] inside, in the middle of, from within, internalty, AMg. जहा अंतो तहा बाहिं जहा बाहिं तहा अंतो āyār. 1.2.5.5; अंतो वा बाहिं वा उवस्सयस्स Āyar. 2. 1. 29 (339); अंतो णं मणुस्सखेत्तस्स दो समुद्दा पण्णत्ता Thapa. 2. 447 (122) ; धारिणी देवी... अंतो अंतेउरंसि हाया कयबलिकम्मा Naya. 1.1.05; मालुयाकच्छयं अंतो अणुप्प विसंति Naya. 1. 3. 19; अंतो बहिं च असंजमो जत्थ वदृती Paha. 8. 9; 10.7; वायाहययं कोलालभंड अंतो सालाहिंतो बहिया नीणेइ Uvas. 195; एवं खलु तुमं अंतो सत्तरत्तस्स अलसपणं वाहिणा अभिभूया Uvas. 255; सुभद्दप्पमुहाओ देवीओ अंतो अंते उरंसि व्हायाओ Vvav. 65; 72; जाणविमाणस्स अंतो बहुसमरमणिज्जं भूमिभागं विउब्वति RayPa. 24; 33 ते णं णरगा अंतो बट्टा बाहिं चउरंसा Jivabhi. 3. 77; Pannav. 2.20 (107); तस्स णं वणसंडस्स अंतो Jambuddi. 1. 13; अंतो जलंसि णिमजावे‍ Jambuddi. 3.98; 4.11; 5.32; अंतो वट्टा बाहिं पिहुला SaraP. 4. 3 अंतो लयणस्स साठिया Utt. 22. 83; सब्वेसिं चैव कम्माणं परसग्गमणंतगं । गठियसत्ताई ये अंतो सिद्धाण आहियं Utt. 33.17; अंतो उवस्सयस्स अद्धं वा रातिं कसिणं वा रातिं संवसावेr Nis. 8.12; आयरियउवज्झाए अंतो उवस्सयस्स पाए निगिज्झिय पप्फोडेमाणे वा पमज्जेमाणे वा नो अक्कमr Vava. 6.2; सारियस्स आएसे अंतो वगडाए भुंजइ Vava. 9. 1; नो अंतो एलयस्स दो वि पाए साहहु दलमाणीए Vava. 10. 1; एवं से कप्पर अंतो मासस्स दुक्खत्तो वा तिक्खुत्तो वा उत्तरितए वा संतरितर वा ByhKapp. 4. 27; 5. 11; अंतो छहं मासाणं गणाओ गणं संकममाणे सबले āyārDas. 2. 3; JM. इयरे दुयगा वि अंतो पविसंति AvTI. (H.) 478. 2; जोयणसयं असीयं अंतो ओगाहिऊण दीवम्मि Jois Ka. 204; ताहे विहीसणस्स वि अंतोडिअअम्मि बंधु-णेहोप्पण्णो Setu Ba. 15. 84; अंतो-संलीण फणा सहस्स र अणप्प पिव बती GaudVa. 23 तो दीव व गिरोह निओ दास- रिच्छट्टो Gand Va. 1148; 348; 697; अंतो अत्थाणहरं विरश्य- वर- रयण- पलंकं LI18. 130; अंतो- सब्बंग विसंत-दश्य दिण्णुण्णय-गुणं व Lila 999; 1043 1086; (राजा) For Private and Personal Use Only

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