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( ९९ ) दे कर 'इरिआवहि, तस्स उत्तरी०, अन्नत्थ' कह कर एक लोगस्स या चार नवकार का कायोत्सर्ग कर, पार कर 'लोगस्स.' कहना । फिर एक खमासमण दे कर 'इच्छाकारेण बेसणे संदिसाउं ? इच्छं एक खमासमण दे कर 'इच्छाकारेण. बेसणे ठाउं ? इच्छं' फिर एक खमासमण दे कर ' इच्छाकारेण० सज्झाय संदिसाऊं? इच्छं' फिर एक खमासमण दे कर 'इच्छाकारेण सज्झाय करूं ? इच्छं' कह कर तीन नवकार गिनना । फिर दो घडी तक वांचना, पहना, अथवा माला फेरना परन्तु दन्तकथा नहीं करना ।
६०. सामायिक पारने की विधि । प्रथम एक खमासमण देकर, इरिआवहि से अन्नत्थ तक बोल कर चार नवकार का काउस्सग्ग करके 'लोगस्स." कहना । फिर एक खमासमण दे कर 'इच्छाकारेण० सामायिक पारवा मुहपत्ति पडिलेहुं ? इच्छं' कह कर मुहपत्ति पडिलेहन करना । बाद एक खमासमण दे कर 'इच्छाकारेण सामायिक पारूं? 'यथाशक्ति' फिर एक खमासमण देकर, 'इच्छाकारेण सामायिक पार्यु ? 'तहत्ति' कर चरवला या कटासण पर जिमना हाथ थाप कर, एक नवकार गिन कर 'सामाइयवयजुत्तो। पाठ बोलना और जिमना हाथ स्थापनाचार्य के सामने • करके एक नवकार गिनना ।
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