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( १०२ ) सन या जिमना गोडा ऊंचा रख कर एक नवकार बोल कर, 'करेमि भंते०, इच्छामि पडिक्कमिऊं जो मे देवसिओ अड्यारो०' पढ़ कर वंदित्तु' कहना । उसमें 'तस्स धम्मस्स केवलिपन्नत्तस्स ' बोलते समय खडे हो कर वंदित्तुं पूरा करना । फिर दो वांदणा देकर, 'इच्छामि खमा०, इच्छाकारेण० अब्भुडिओहं' का पाठ चरबला या आसन पर जिमना हाथ थाप कर कहना । फिर दो वांदणा दे कर, हाथ जोड कर खड़े खड़े 'आयरिय उवज्झाए , करेमि भंते०, इछामि ठामि०, तस्स उत्तरी०, अन्नत्थ० ' कह कर दो लोगस्स या आठ नवकार का काउस्सग्ग कर, पार कर 'लोगस्स० ' कहना । फिर 'सव्वलोए अरिहंतचेइआणं०, अन्नत्थ० ' बोल कर एक लोगस्स या चार नवकार का कायोत्सग कर, पार कर, 'पुक्खरवरदी० सुअस्स भगवओ करेमि काउस्सग्गं वंदणवत्तियाए० अन्नत्थ० ' कह कर एक लोगस्स या चार नवकार का काउस्सग्ग कर. पार कर 'सिद्धाणं बुद्धाणं०' बोल कर छठे आवश्यक की मुहपत्ति पडिलेह कर, दो वांदणा देना ।
पीछे 'सामायिक, चउविसत्थो, वंदण . पडिक्कमण, काउस्सग्ग, पच्चक्खाण कयु छे जी, इच्छामो अणुसहि' कह कर, बैठ कर 'नमो खमासमणाणं नमोऽर्हत्सिद्धा०' बोल कर 'नमोऽस्तु वर्द्धमानाय'
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