Book Title: Chandshastram
Author(s): Pingalacharya, Kedarnath
Publisher: Parimal Publications
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१७१
काव्यमाला।
s.s.-:... s.s • 1.1.किंवा सो-इं शक्यं भेक(e)-दुमिर
नगमा नगण गण सपणा ..
... ..-s • .:-..:- . पि सवि-पविष-म(११)भुज-विज-म्मि-तस् ! अत्र कात्यायनेनाप्युकम्
॥
s.s.s-s.s.s-3.5 • Hi.. ध्यानैका-पालम्बा-दृष्टि:(८)क-मलनु
।. . -..- • • .. -+-s सि! अलि-तमल-4(११)करे स्थितमा-न- (७)
s.s.s-s.s.s-s.s • - - चिन्तास-फा शून्या-मुनि)दि-दग
1.Hirsis-fotos is तिपति-तरस-ना(११)तनु-तनुतां ग-ता (७)। मगनः मा तगा नला
5.s.:-s.s.sss • - पाण्डच्छा- क्षामं वकं()म-दजन: नन नगण गण
गणः स. गु०
..
.. ..- •
- नि! रह-सि सर-सां(११)करो-विन सं-क-यां (७) मगणः - नयणः मग नगणः
s•s.s-s.s.ss.s • -..को नामा-यं रम्यो व्याधि(ख-व कथ
मगणा नगणः रगणा गणः . गु.
1.1.-..-5 • Is- s-1-5 य सुत-I! किमि-द(११)न ख-स्वसि ना-तु-रा (७) ।

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