Book Title: Bhagwan Mahavir aur Unka Samay
Author(s): Jugalkishor Mukhtar
Publisher: Hiralal Pannalal Jain

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Page 40
________________ महावीरका समय इस पर चलनेसे ही होगा, विकसित स्वात्म-प्रदेश । आत्म-ज्योति जगेगी ऐसे जैसे उदित दिनेश ॥११॥" यही है महावीर-सन्देश० ॥ महावीरका समय अब देखना यह है कि भगवान महावीरको अवतार लिये ठीक कितने वर्ष हुए हैं। महावीरकी आय कुछ कम ७२ वर्षकी-७१ वर्ष, ६ मास, १८ दिनकी-थी। यदि महावीरका निर्वाण-समय ठीक मालूम हो तो उनके अवतार-समयको अथवा जयन्तीके अवसरों पर उनकी वर्षगांठ-संख्याको सचित करने में कुछ भी देर न लगे । परन्तु निर्वाण-समय अर्सेसे विवादग्रस्त चल रहा हैप्रचलित वीरनिर्वाण-संवत् पर आपत्ति की जाती है-कितने ही देशी विदेशी विद्वानोंका उसके विषयमें मतभेद है; और उसका कारण साहित्यकी कुछ पुरानी गड़बड़, अर्थ समझनकी ग़लती अथवा कालगणनाकी भल जान पड़ती है । यदि इस गड़बड़, गलती अथवा भूलका ठीक पता चल जाय तो समयका निर्णय सहज हीमें हो सकता है और उससे बहुत काम निकल सकता है। क्योंकि महावीरके समयका प्रश्न जैन इतिहासके लिये ही नहीं किन्तु भारतके इतिहासके लिये भी एक बड़े ही महत्वकाप्रश्न है । इसीसे अनेक विद्वानोंने उसको हल करनेके लिये बहुत परिश्रम किया है और उससे कितनी ही नई नई बात प्रकाशमें आई हैं । परन्तु फिर भी, इस विषयमें, उन्हें जैसी चाहिये वैसी सफलता नहीं मिली-बल्कि कुछ नई उलझनें भी पैदा हो गई हैं और इस लिये यह प्रश्न अभी तक बराबर विचारके लिये चला ही जाता है । मेरी इच्छा थी कि मैं इस विषयमें कुछ गहरा उतर कर Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat www.umaragyanbhandar.com

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