Book Title: Bhagwan Mahavir Ki Acharya Parampara
Author(s): Digambar Jain Swadhyay Mandir Trust
Publisher: Digambar Jain Swadhyay Mandir Trust
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भगवान आचार्यदेव श्री माणिक्यनन्दिजी
न्यायविषयक ग्रन्थ रचयिता आचार्योंमें आचार्य माणिक्यनंदिजीका अनुपम स्थान है। आप 'माणिक्यचन्द्रजी त्रिवैद्य' व 'महापण्डित माणिकचन्दजी के नामसे भी प्रसिद्ध हैं। आप जैन न्यायके महापण्डित थे। आप नन्दिसंघके प्रमुख आचार्यों में गिने जाते हैं। आपका प्रमुख स्थान धारानगरीके आसपासके जंगलोंमें गिना जाता है।
‘परीक्षामुख'की रचना करते आचार्यदेव माणिक्यनन्दिजी
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