Book Title: Bhagwan Mahavir Ki Acharya Parampara
Author(s): Digambar Jain Swadhyay Mandir Trust
Publisher: Digambar Jain Swadhyay Mandir Trust
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क्रम शास्त्रका नाम
आचार्यका
नाम
आचार्यपद समय(ई.स.में) पृष्ठ ६-७वीं शताब्दी १०८ ८१८-८७८ १५१ ६-७वीं शताब्दी १०९ ९०५-९५५ १६१ ९३०-९५०
१६३
१६५
२०१
११वीं शताब्दी ९३९ १०६८-११११
१६५
१३८-१८५
९१
१४५
११० पात्रकेसरीस्तोत्र १११ पर्धाभ्युदय ११२ पाशकेवली ११३ पुरुषार्थसिद्धिउपाय ११४ पूजाकला ११५ पूजाकल्प ११६ प्रतिमासंस्काररोपण पूजा ११७ प्रतिष्ठातिलक ११८ प्रतिष्ठापाठ ११९ प्रतिष्ठासार संग्रह १२० प्रमाण पदार्थ १२१ प्रमाणपरीक्षा १२२ प्रमाणसंग्रह
प्रमाणसंग्रह १२४ प्रमाणसंग्रहालंकार १२५ प्रमेयकमलमार्तंड
प्रमेयरत्नमाला १२७ प्रवचनसार १२८ प्रवचनसार टीका १२९ प्रवचनसारसरोज भास्कर १३० प्राकृत पंचसंग्रहवृत्ति १३१ प्राकृत व्याकरण १३२ बारसअणुवेक्खा १३३ बृहद द्रव्यसंग्रह १३४ बृहद् द्रव्यसंग्रह टीका १३५ बृहद् सर्वज्ञसिद्धि १३६ बृहद् सामायिक पाठ १३७ बोधपाहुड
पात्रकेसरी जिनसेनस्वामी-२ ऋषिपुत्र अमृतचंद्रस्वामी अभयनंदि सि.च. इन्द्रनंदि आचार्य इन्द्रनंदि आचार्य बहादेवजी इन्द्रनंदि आचार्य वसुनंदि समंतभद्रस्वामी विद्यानंदस्वामी अकलंक आचार्य बृहद अनंतवीर्य बृहद अनंतवीर्य प्रभाचंद्र-४ लघु अनंतवीर्य कुंदकुंदाचार्यदेव जयसेनजी सप्तम प्रभाचन्द्र-४ पद्मनंदिनाथ-१ समंतभद्रस्वामी कुंदकुंदाचार्यदेव नेमिचंद्र सिद्धांतिदेव ब्रह्मदेवजी अनंतकीर्तिजी अमितगति-२ कुंदकुंदाचार्यदेव
२०६
७७६-८४० ६२०-६८३ १२२ ९७५-१०२५ १७२ ९७५-१०२५ १७२ ९५०-१०२० १७१ १२वीं शताब्दी १२७-१७९ ८० ११-१२वीं शताब्दी २०३ ९५०-१०२० १७१ ९७७-१०४३ १७४ १३८-१८५ १२७-१७९ १०६८
१९८ ११वीं शताब्दी २०१ ८वीं शताब्दी १४६ ९८३-१०२३
१८३ १२७-१७९
८०
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