Book Title: Ashtapad Maha Tirth 01 Page 249 to 335
Author(s): Rajnikant Shah, Kumarpal Desai
Publisher: USA Jain Center America NY

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Page 16
________________ ॥ ऋषभदेव : एक परिशीलन ॥ विगत : अष्टापद और ऋषभदेव संबन्धी माहिती देवेन्द्र मुनि शास्त्री नित्यानुभुतनिजलाभनिवृत्ततृष्णः श्रेयस्यतद्रचनया चिरसुप्तबुद्धेः लोकस्य यः करुणयाभयमात्मलोकमाख्यान्नमो भगवते ऋषभाय तस्मै ॥ - श्रीमद्भागवत ५१६।१९।५६९ प्रथम खण्ड भारतीय साहित्य में ऋषभदेव जैन साहित्य में ऋषभदेव वैदिक साहित्य में ऋषभदेव इतर साहित्य में ऋषभदेव * बौद्ध साहित्य में ऋषभदेव * इतिहास और पुरातत्त्व के आलोक में * पाश्चात्य विद्वानों की खोज Rushabhdev Vol. IV Ch. 23-A, Pg. 1375-1458 Rushabhdev : Ek Parishilan -36 224

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