Book Title: Apbhramsa Bharti 2001 13 14 Author(s): Kamalchand Sogani, Gyanchandra Khinduka Publisher: Apbhramsa Sahitya Academy View full book textPage 4
________________ विषय-सूची लेखक का नाम पृष्ठ संख्या डॉ. आदित्य प्रचण्डिया महाकवि स्वयंभू डॉ. मंजु शुक्ल महाकवि स्वयंभू डॉ. मधुबाला नयाल क्र.सं. विषय प्रकाशकीय सम्पादकीय अपभ्रंश साहित्य की तत्युगीन परिस्थितियाँ जत्थ सरिसुप्पलाई ‘पउमचरिउ' तथा रामचरितमानस की प्रमुख घटनाओं का तुलनात्मक अध्ययन सीयल छाय-लयाहरसयमणोहर 'पउमचरिउ' : भक्ति, वीर एवं शृंगार रस का अद्भुत समन्वय तहिं उज्जेणिपुरी परिणिवसइ पउमचरिउ की सीता 8. ज जणहँ सुचित्तहरा ___ करकंडचरिउ में सौन्दर्यविधान वित्थिण्ण पएसु मगहादेसु करकंडचरिउ की प्रमुख काव्यरूढि -मंगलाचरण जसहरचरिउ में निरूपित इन्द्रिय संयम- एक विवेचन वरवत्थु रयणधारण णिहाणु जैन फागु की लोकपरकता 'राउलवेल' में वर्णित नारी के वस्त्राभूषण तथा शृंगार-प्रसाधन 16. प्राकृत तथा अपभ्रंश ग्रन्थों में अयोध्या महाकवि रइधू श्रीमती स्नेहलता जैन महाकवि रइधू डॉ. त्रिलोकीनाथ 'प्रेमी' महाकवि रइधू डॉ. महेन्द्रसागर प्रचण्डिया डॉ. आराधना जैन 'स्वतन्त्र' महाकवि रइधू डॉ. शैलेन्द्रकुमार त्रिपाठी डॉ. हर्षनन्दिनी भाटिया श्री वेदप्रकाश गर्गPage Navigation
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