Book Title: Anuyogadwarasutram Uttarardham
Author(s): Hemchandracharya, 
Publisher: Devchand Lalbhai Pustakoddhar Fund

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Page 498
________________ अनुयो० मलधारीया वृत्तिः उपक्रमे समवता ॥२४७॥ से किं तं खेत्तसमोआरे?, २ दुविहे पं०, तं०-आयसमोआरे अ तदुभयसमोआरे अ, भरहे वासे आयस० आयभावे स०, तदुभयसमोआरेणं जंबूद्दीवे समो० आयभावे अ, जंबूद्दीवे आयसमो० आयभावे समोअरइ, तदुभयसमोआरेणं तिरियलोए समोयरइ आयभावे अ, तिरियलोए आयसमोआरेणं आयभावे समोअरइ, तदुभयसमोआरेणं लोए समोअरइ आयभावे अ, से तं खेत्तसमोआरे । से किं तं कालसमो. आरे?, २ दुविहे पण्णत्ते, तंजहा-आयसमोआरे अ तदुभयसमोआरे अ, समए आयसमोआरेणं आयभावे समोयरइ, तदुभयसमोआरेणं आवलिआए समोयरइ आयभावे अ, एवमाणापाणू थोवे लवे मुहुत्ते अहोरत्ते पक्खे मासे ऊऊ अयणे संवच्छर जुगे वाससए वाससहस्से वाससयसहस्से पुव्वंगे पुवे तुडिअंगे तुडिए अडडंगे अडडे अववंगे अबवे हूहूअंगे हृहुए उप्पलंगे उप्पले पउमंगे पउमे णलिणंगे णलिणे ॥२४७॥ १ इतः 'लोए आयसमोआरेण आयभावे समोयरइ, तदुभयसमोआरेणं अलोए समोयरइ आयभाये अ इत्यधिकं प्र. Jan Education For Private Personal Use Only jane berorg

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