Book Title: Agam Sutra Hindi Anuvad Part 07
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Agam Aradhana Kendra

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Page 209
________________ २०८ आगमसूत्र-हिन्दी अनुवाद भगवन् ! इन बादर-जीवों, बादर-पृथ्वीकायिकों, बादर-अप्कायिकों, बादर-तेजस्कायिकों, बादर-वायुकायिकों, बादर-वनस्पतिकायिकों, प्रत्येकशरीर बादर-वनस्पतिकायिकों, बादर निगोदों और वादर त्रसकायिकों के पर्याप्तकों और अपर्याप्तकों में से कौन किनसे अल्प, बहुत, तुल्य अथवा विशेषाधिक हैं ? गौतम ! सबसे थोड़े बादर-तेजस्कायिक-पर्याप्तक हैं । बादर-त्रसकायिकपर्याप्तक असंख्यातगुणे हैं । बादर-त्रसकायिक-अपर्याप्तक असंख्यातगुणे हैं । प्रत्येकशरीर बादरवनस्पतिकायिक-पर्याप्तक असंख्यातगुणे हैं । बादर-निगोद-पर्याप्तक असंख्यातगुणे हैं । बादरपृथ्वीकायिक-पर्याप्तक असंख्यातगुणे हैं । बादर-अप्कायिक-पर्याप्तक असंख्यातगुणे हैं । बादरवायुकायिक-पर्याप्तक असंख्यातगुणे हैं । बादर-तेजस्कायिक-अपर्याप्तक असंख्यातगुणे हैं । प्रत्येकशरीर-बादर-वनस्पतिकायिक-अपर्याप्तक असंख्यातगुणे हैं । बादर-निगोद अपर्याप्तक असंख्यातगुणे हैं । बादर-पृथ्वीकायिक-अपर्याप्तक असंख्यातगुणे हैं । बादर-अप्कायिकअपर्याप्तक असंख्यातगुणे हैं । बादर-वायुकायिक-अपर्याप्तक असंख्यातगुणे हैं । बादरवनस्पतिकायिक-पर्याप्तक अनन्तगुणे हैं । बादर-पर्याप्तक विशेषाधिक हैं । बादर वनस्पतिकायिकअपर्याप्तक असंख्यातगुणे हैं । बादर-अपर्याप्तक विशेषाधिक हैं (उनसे भी) बादर जीव विशेषाधिक हैं । [२६६] भगवन् ! इन सूक्ष्मजीवों, सूक्ष्म-पृथ्वीकायिकों यावत् सूक्ष्मवनस्पतिकायिकों, सूक्ष्मनिगोदों तथा बादरजीवों, बादर-पृथ्वीकायिकों यावत् बादर-वनस्पतिकायिकों, प्रत्येकशरीरबादर-वनस्पतिकायिकों, बादर-निगोदों और बादर-त्रसकायिकों में से कौन किनसे अल्प, बहुत, तुल्य अथवा विशेषाधिक हैं ? गौतम ! सबसे थोड़े बादर-त्रसकायिक हैं, बादर तेजस्कायिक असंख्यातगुणे हैं, प्रत्येकशरीर बादर-वनस्पतिकायिक असंख्यातगुणे हैं, बादरनिगोद असंख्यातगुणे हैं, बादर-पृथ्वीकायिक असंख्यातगुणे हैं, बादर-अप्कायिक असंख्यातगुणे हैं, बादर-वायुकायिक असंख्यातगुणे हैं, सूक्ष्म-तेजस्कायिक असंख्यातगुणे हैं, सूक्ष्म-पृथ्वीकायिक विशेषाधिक हैं, सूक्ष्म-अप्कायिक विशेषाधिक हैं, सूक्ष्म-वायुकायिक विशेषाधिक हैं, सूक्ष्म-निगोद असंख्यातगुणे हैं, बादर-वनस्पतिकायिक अनन्तगुणे हैं बादर-जीव विशेषाधिक हैं, सूक्ष्म-वनस्पतिकायिक असंख्यातगुणे हैं उनसे भी सूक्ष्म-जीव विशेषाधिक हैं । यावत् बादर-त्रसकायिक-अपर्याप्तकों में से कौन किनसे अल्प, बहुत, तुल्य अथवा विशेषाधिक हैं ? गौतम ! सबसे थोड़े बादरत्रसकायिक-अपर्याप्तक हैं, बादर-तेजस्कायिक-अपर्याप्तक असंख्यातगुणे हैं, प्रत्येकशरीरबादर वनस्पतिकायिक अपर्याप्तक असंख्यातगुणे हैं, बादरनिगोद-अपर्याप्तक असंख्यातगुणे हैं, सूक्ष्मतेजस्कायिक-अपर्याप्तक असंख्यातगुणे हैं, सूक्ष्म-पृथ्वीकायिक-अपर्याप्तक विशेषाधिक हैं, सूक्ष्म-अप्कायिक-अपर्याप्तक विशेषाधिक हैं, सूक्ष्मवायुकायिक-अपर्याप्तक विशेषाधिक हैं, सूक्ष्मनिगोद-अपर्याप्तक असंख्यातगुणे हैं, बादरवनस्पतिकायिक अपर्याप्तक अनन्तगुणे हैं, बादरअपर्याप्तक विशेषाधिक हैं, सूक्ष्म-वनस्पतिकायिक-अपर्याप्तक असंख्यातगुणे हैं उनसे भी सूक्ष्मअपर्याप्तक जीव विशेषाधिक हैं । भगवन् ! इन सूक्ष्म-पर्याप्तकों, यावत् बादरत्रसकायिक-पर्याप्तकों में से कौन किनसे अल्प, बहुत, तुल्य अथवा विशेषाधिक हैं ? गौतम ! सबसे अल्प बादर तेजस्कायिक-पर्याप्तक हैं, बादर त्रसकायिक-पर्याप्तक असंख्यातगुणे हैं, प्रत्येकशरीर-बादरवनस्पतिकायिक पर्याप्तक असंख्यातगुणे हैं, बादर-निगोद-पर्याप्तक असंख्यातगुणे हैं, बादर-पृथ्वीकायिक-पर्याप्तक

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