Book Title: Agam 30 Mool 03 Uttaradhyayana Sutra Part 01 Uttarajjhayanani Terapanth
Author(s): Tulsi Acharya, Mahapragna Acharya
Publisher: Jain Vishva Bharati

View full book text
Previous | Next

Page 547
________________ ઉત્તરઝયણાણિ ४८४ અધ્યયન ૧૯: શ્લોક ૨૪ ટિ ૧૬ जे णो करंति मणसा, णिज्जिय आहारसन्ना सोइंदिये । पुढविकायारंभं खंतिजुत्ते ते मुणी वंदे ॥ सा मे ॥था छ. जी ॥थामा 'खंति'न। स्थाने 'मुत्ति' ५०६ सावशे, जाडीनु भनु तेम. २४. त्रीमi ‘अज्जव' भावशे. मेरीते १० यासोमा सोना नाम मश: मावशे. पछी अगियार भी थामा ‘पुढवि'नास्थाने 'आउ' श६ भावशे. 'पुढवि' साथे. १०ौन परिवर्तन थयुं तुं ते ४ रीते 'आउ' २०६ साथे ५९। थशे. पछी 'आउ'ना स्थाने मश: 'तेउ', 'वाउ', 'वणस्सइ', 'बेइंदिय', 'तेइंदिय', 'चतुरिदिय', 'पंचेंदिय' भने 'अजीव'-२॥ ६स शो भावशे. प्रत्येऊनी साथे इस धर्मोन परिवर्तन थवाथा (१० x १०)मेसो थामो जनी ४. मेरीत पाय छन्द्रियोनी (१०० x ५) पांयसो थामी थशे. ५४ी ५०१मां ‘आहार सन्ना'न। स्थाने 'भयसन्ना' पछी 'मेहुणसन्ना' भने 'परिग्गहसन्ना' शो आशे. में संशाना ५०० थवाथी ४ संशाना (400x४) २००० थशे. पछी ‘मणसा' शनु परिवर्तन थशे. 'मणसाना स्थाने 'वयसा' पछी 'कायसा' मावशे. मे- आयना २००० थवाथीए अयोन। (२000x3) 8000 थशे. पछी 'करंति' शभा परिवर्तन थशे. 'करंति'ना स्थाने 'कारयंति' भने 'समणुजाणति' शो मावशे. मे-सेना 8000 थवाथी त्रना (६000x 3) १८००० ५४शे. આ અઢાર હજાર શીલનાં અંગો છે. તેમને રથ વડે નીચે મુજબ ઉપમિત કરવામાં આવે છે– जे णो जे णो करंति जे णो कारयंति समणुजाणति मणसा | वयसा कायसा २.... २.... णिज्जिय | णिज्जिय आहारसना भयसन्ना ५०० ५०० णिज्जिय मेहुणसन्ना ५०० णिज्जिय परिग्गहसना ५०० श्रोत्रेन्द्रिय चक्षुरिन्द्रिय | घ्राणेन्द्रिय १०० | १०० १०० | रसनेन्द्रिय स्पर्शनेन्द्रिय १०० १०० पृथिवी तेजस् | वायु वनस्पति चतुरिन्द्रिय पंचेन्द्रिय द्वीन्द्रिय १० त्रीन्द्रिय | १० १० १० १० १० क्षान्ति | मुक्ति आर्जव मार्दव लाघव संयम ब्रह्मचर्य | अकिंचनता सत्य १० Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 545 546 547 548 549 550 551 552 553 554 555 556 557 558 559 560 561 562 563 564 565 566 567 568 569 570 571 572 573 574 575 576 577 578 579 580 581 582 583 584 585 586 587 588 589 590 591 592 593 594 595 596 597 598 599 600