Book Title: Agam 05 Vivahapannatti Angsutt 05 Moolam
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Agam Shrut Prakashan
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४०२
भगवई . २४/-191८३८ जहण्णेणं दसवाससहस्सद्वितीएसु उक्कोसेणं वि दसवाससहस्सद्वितीएसु उववजेज्जा ते णं भंते जीवा एगसमएणं केवतिया उववजंति एवं सच्चेव वत्तव्वया निरवसेसा पाणियव्या जाव अनुबंधो ति से णंभंते पज्जत्ताअसणिपंचिंदियतिरिक्खजोणिए जहण्णकाल-द्वितीयरयणप्पभापुढविनेरइए पुणरवि पज्जत्ताअसण्णि जाव गतिरागतिं करेजा गोयमा भवादेसेणं दो भवग्गहणाइं कालादेसेणं जहन्नेणं दसवाससहस्साई अंतोमुत्तममहियाई उक्कोसेणं पुचकोडी दसहिं वाससहस्सेहि अमहिया एवतियं कालं सेवेला एदतियं कालं गतिरागतिं करेज्जा पञ्जत्ताअसण्णिपंचिंदियतिरिक्खजोणिए णं जे भविए उक्कोसकालहितीएतु रयणप्पभापुढविनेरइएसु उववजित्तए से णं भंते केवतियकालद्वितीएसु उववजेजा गोयमा जहण्णेणं पलिओवमस्स असंखेन्नइभागट्टितीएसु उक्कोसेणं विपलिओवमस्स असंखेजइभागद्वितीएसु उवयज्जेज्जा
तेणं भंते जीवा एगसमएणं केवतिया उववनंति अबसेसं तं चेव जाव अणुवंधो से णं भंते पज्जताअसण्णिपंचिदिय- तिरिक्खजोणिए उक्कोसकालद्वितीयरयणप्पभापुढविनेरइए पुणरवि पज्जता असण्णिपंचिंदिय- तिरिक्खजोणिएत्तिकेवतियं कालं सेवेजा केवतियं कालं गतिरागति करेजा गोयमा भवादेसेणं दो भवागहणाई कालादेसेणं जहण्णेणं पलिओवमस्स असंखेजइभागं अंतोमुत्तममहियं उक्कोसेणं पलिओवमस्स असंखेज्जइभागं धुव्वकोडिमभहियं एवतिवं कालं सेवेना एवतिवं कालं गतिरागति करेजा जहण्णकालद्वितीजत्ताअसण्णिपंचिंदियतिरिक्खजोणिए णं भंते जे भविए रयणप्पभपुविनेरइएसु उववजित्तए से णं भंते केवतियकालहितीएसु उववज्जेज्जा गोयमा जहण्णेणं दसवाससहस्सट्टितीएसु उक्कोसेणं पलिओवमस्स असंखेजइ भागद्वितीएसु उववजेजा ते णं भंते जीवा एगसमएणं केवतिया उववजंति सेसं तं चेव नवरं-इपाई तिणि नाणत्ताइं-आउं अज्झवसाणा अनुवंधो य जहण्णेणं ठिती अंतोमहत्तं उकूकोसेणं वि अंतोमहत्तं तेसिणं भंते जीवाणं केवतिया अज्झवसाणा पनत्ता गोयमा असंखेज्जा अावसाणा पत्रत्ता ते णं भंते किं पसत्था अप्पसत्या गोयमा नो पसस्था अप्पसत्था अनुबंधो अंतोमुहतं सेसंतं चेव से णं भंते जहण्णकालद्वितीयपनत्ताअसण्णिपंचिंदियिरिक्खजोणिए रयणप्पमाए जाव गतिरागति कोज्जा गोयमा भवादेसेणं दो भवगहणाइं कालादेसेणं जहणणेणं दसवाससहस्साइं अंतोमुहत्तमब्भहियाई उक्कोसेणं पलिओयमस्स असंखेजइभागं अंतोमुत्तममहियं एवतियं कालं सेवेज्जा एवतियं कालं गतिरागतिं करेजा गोयमा भवादेसेणं दो भवगहणाई कालादेसेणं जहण्णेण दसवाससहस्साई अंतोमुत्तममहियाई उक्कोसेणं पलिओवपस्स असंखेज्जइभागं अंतोमुत्तमाहियं एवतियं कालं सेवेज्जा एवतियं कालं गतिरागतिं करेजा जहण्णकालद्वितीयपञ्जत्ताअसण्णिपंचिंदियतिरिक्खजोणिए णं भंते जे भविए जहण्णकालहितीएसु रयणप्पभापुढविनेरइएसु उववजित्तए से णं भंते केवतियकालद्वितीएसु उववजेजा गोयमा जहण्णेणं दसवाससहस्सद्वितीएसु उक्कोसेण विदसवाससहस्सद्वितीएसु उववजेज्जा ते णं भंते जीवा एगसमएणं केवतिया उववजंति सेसं तं चेव ताई चेव तिण्णि नाणत्ताई जाव- से णं भंते जहण्णकालद्वितीयपज्जत्ता [असणिपंचिंदियतिरिक्ख जोणिए जहण्णकालट्टितीवरयणप्यभापुढविनेरइए पुणरवि जाव गतिरागतिं करेजा गोयमा भवादेसेणं दो भवग्गहणाई कालादेसेणं जहण्णेणं दसवासहस्साई अंतोमुत्तमम्भहियाई उक्कोसेण वि दसवाससहस्साई अंतोमुत्तममहियाई एवतियं काल सेवेचा (एवतियं कालं गतिरागति] करेजा जहष्णकालद्वितीयपजत्ताअसण्णिपंचिंदियतिरिक्खजोणिए णं भंते जे भविए उक्कोस
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