Book Title: Agam 05 Vivahapannatti Angsutt 05 Moolam
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Agam Shrut Prakashan
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४५८
भगवई - २५/-10/९४२ विपरिहारविसुद्धियसंजओ जहा पुलाओ सुहुभसंपरायसंजओ अहक्खायसंजओ य जहा नियंठो सामाइयसंजए ण भंते किं सरागे होजा वीयरागे होज्जा गोयमा सरागे होज्जा नो वीयरागे होजा एवं जाब सुहमसंपरायसंजए अहक्खायसंजए जहा निवंठे सापाइयसंजए णं भंते किं ठियकप्पे होज्जा अद्विवकप्पे होजा गोषमा टियकप्पे वा होजा अट्ठियकप्पे वा होजा छेदोवठ्ठावणियसंजए-पुच्छा गोचमा ठियकप्पे होजा नो अट्टियकप्पे होजा एवं परिहारविसद्धिवसंजए वि सेसा जहा सामाइवसंजए, सामाइयसंजएणंभंते किं जिणकप्पे होजा थेरकप्पे होजा कप्पातीते होजा गोयमा जिणकप्पे वा होजा जहा कसावकुसीले तहेव निर्वसेसं छेदोवट्ठावणिओ परिहारविसुद्धिओ य जहा वउसो सेसा जहा नियंठे।७८८1-787
(९४३) सागाइवसंजए णं भंते किं पुलाए होजा वउसे जाब सिणाए होजा गोयमा पुलाए वा होजा वउसे जाव कसायसीले वा होज्जा नो नियंठे होजा नो सिणाए होजा एवं छेदोवट्ठावणिए वि परिहारविसुद्धियसंजए णं-पुच्छा गोरमा नो पुलाए नो बउसे नो पडिसेवणाकुसीले होजा कसायकुसीले होजा नो नियंटे होजा नो सिणाए होजा एवं सुहुमरांपराए वि अहवायसंजए पुच्छा गायमा नो पुलाए होजा जाव ना कसायसीले होजा निबंठे वा होना सिणाए वा होजा सामाइयसंजए | भंते किं पडिसेवए होजा अपडिसेवए होजा गोचमा पडिसेवए वा होजा अपडिसेवए दा होना जइ पहिसेवए हंना किं मूलगुणपडिसेवए होना सेसं जहा एलागरस जहा सामाइयसंजए एवं छेदोवठ्ठावणिए वि, परिहारविमुद्धियसंजए-पुण्ठा भोगमा नो पडिसेरए होजा अपहिरोवए होजा एवंजाब अहवायसंजए, सामाइयसंजए पं भंते कतिय नाणेसु होजा गोथमा दोनु वा तिसु वा घटसु वा नाणेस होजा एवं जहा कसायकुसीलरस तहेव चत्तारि नाणाई भयणाए एवं जाव मुहमसंपराए अहक्खाबसंजयस्सपंच नाणाई भयणाए जहा नाणदेसए सापाइयसंजएणं भंते केवतियं सुयं अहिजेजा गोयमा जहण्णेणं अट्ठ पश्यगमायाओ जहा कसायकुसीले एवं छेदोवट्टायणिए वि परिहारविसुद्धियसंजए-पुच्छा मोयमा जहण्णेणं नवभरस पुव्वरस ततियं आयारवाथु उकूकोसेणं असंपुण्णाई दस पुदाई अहिजेजा मुहमसंपरायसंजए जहा सामाइयसंजए अहक्खायसंजए-पुच्छा गारमा जहणेणं अट्ठ पक्षणामस्याओ उक्कोसेणं चोइस पुव्वाई अहिजेला सुयतिरित्ते वा होजा सामाइयसंजए णं भंते कि तित्थे होला अतित्थे होजा गोयमा तित्थे वा होज्जा अतित्थे वा होजा जहा कसायकुसीले छेदोयट्ठावणिए परिहारविमुद्धिए व जहा पुलाए संसा जहा सामाइयसंजए, सामाइयसंजए णं भंते किं सलिंगे होजा अण्णलिंगे होजा गिहिलिंग होजा जहा पुलाए एवं छेदोवट्ठावणिए वि परिहारविसुद्धियसंजए णं भंते किं-पुच्छा गोयमा दब्बलिंगपि भावलिंग पि पडुच सलिंगे होजा नो अण्णलिंगे होजा नो गिहिलिगे होजा सेसा जहा सामाइयसंजए, सामाइयसंजए णं भंते कतिमु सरीरसु होजा गोयमा तिसु वा चउसु वा पंचसु वा जहा कसायकुसीले एवं छेदोवट्ठावणिए वि सेसा जहा पुलाए, साभाइवसंजए णं भते कि कप्मभूमीए होजा अकम्पभूमीए होजा गोवमा जम्मण-संतिभावं पडुछ जहा वउसे एवं छेदोवठ्ठावणिए विपरिहारिविसुद्धिए यजहा पुलाए सेसा जहा सामाइयसंजए।७८९।-788
(९४४) सामाइयसंजए णं मंते किं ओसपिणिकाले होज्जा उस्सप्पिणिकाले होजा नोओसप्पिणि-नोउत्सप्पिणिकाले होजा गोयमा ओसप्पिणिकाले जहा बउसे एवं छेदोवद्यावणिए वि नवरं-जम्मण-सतिभावं पडुच्च चउसु वि पलिभागेसु नत्थि साहरणं पडुच्च अण्णयरे पडिभागे होजा
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