Book Title: Agam 05 Vivahapannatti Angsutt 05 Moolam
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Agam Shrut Prakashan
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सन-२५, उसो-६
४५३
पुलागस्स णं संजमाणा असंखेज्जगुणा बउसस्स संजमट्ठाणा असंखेनगुणा पडिसेवणाकुसीलस्स संजमट्टाणा असंखेनगुणा कसायकुसीलस्स संजपट्ठाणा असंखेनगुणा ७६५ 764
(९१५) पुलागस्स णं भंते केवतिया चरित्तपञ्जवा पन्नत्ता गोयमा अनंता दरित्तपशवा पन्नत्ता एवं जाव सिणाययरस पुलाए णं भंते पुलागस्स सट्ठाणसरिणगासेणं चरित्तपज्जवेहिं किं होणे तुले अभबहिए गोयमा सिय हीणे सिवे तुल्ले सिय अमहिए जइ हीणे अनंतभागहीणे वा असंखेनइभागहीणे वा संखेजइभागहीणे वा संखेनगुणहीणे वा असंखेज्जगुणहीणे वा अनंतगुणहीणे वा अह अटमहिए अनंतभागमभहिए वा असंखेजइभागममहिए वा संखेनभागममहिए वा संखेनगणमभहिए वा असंखेनगणमन्महीए वा अनंतगणभब्भहिए वा पुलाए णं भंते बउस्स परट्ठाणसण्णिगासणं चरित्तपज्जवेहि किं होणे तुल्ले अटमहिए गोयमा हीणे नो तुले नो अब्भहिए अनंतगणहीणे एवं पडिसेवणाकुसीलस्स वि कसायकुसीलेणं समं छठ्ठाणवडिए जहेव सहाणे नियंटस्स जहा वउसस्स एवं सिणायस्स वि बउसे णं भंते पुलागस्स परट्ठाणसणिगासेणं चरित्तपज्जवेहि किं हीणे तुल्ले अटभहिए गोयमा नो हीणे नो तुल्ले अभहिए-अनंतगुणमहिए बउसे णं भंते वउस्स्स सट्ठाणसण्णिगासेणं धरित्तपनवेहिं-पुच्छा गोयमा सिय हीणे सिय तुल्ले सिय अमहिए जइ होणे छट्ठाणवडिए वउसे णं भंते पडिसेक्णाकसीलस्स परट्टाणसण्णिगासेणं चरित्तपज्जवेहिं कि हीणे छठाणवडिए एवं कसायकुसीलस्स वि बउसे णं भंते नियंठस्स परट्टाणसण्णिगासेणं चरिरापञ्जवेहिं-पुच्छा गोयमा हीणे नो तुल्ले नो अमहिए अनंत गुणहीणे एवं शिणायस वि पडिसेवणाकुसीलस्स एवं चेव वउसवत्तव्वया माणियव्वा कसायकुसीलस्स एस चेव बरसवत्तव्वया नवरं-पुलाएण वि समं छट्ठाणवडिए नियंठे णं भंते पुलागस्स परवाणसण्णिगासेणं चरित्तपनवेहिं-पुच्छा गोयमा नो हीणे नो तुल्ले अब्भहिए-अनंतगुणमब्महीए एवं जाय कसायकुसीलम्स नियंठे णं भंते नियंठस्स सट्ठाणसण्णिगासेणं-पुच्छा गोयमा नो हीणे तुल्ले नो अभहिए एवं सिणायस्स वि सिणाए णं मंते पुलागस्स परट्ठाणसण्णिमासेणं एवं जहा नियंठस्स वत्तव्यया तहा सिवाणस्स वि भाणिवव्या सिणाए णं भंते सिणायस्स सट्ठाणसण्णिगासेणंपुच्छा गोयमा नो हीणे तुले नो अन्महिए एएसि णं भंते पुलाग-बउस-पडिसेरणाकुसील-कसायकुसीलनियंठा-सिणगायाणं जहाणुककोसगाणं चरित्तपजवाणं कयरे कयरेहिंतो जाव विसेसाहिया वा गोयमा पुलागस्स कसायकुसलीस्स य एएसि णं जहपणता चरितपज्जया दोण्ह वि तुल्ला सम्बत्योया पुलागस्त उक्कोसगा चरित्तपञ्जया अनंतगुणा बउसस्स पडिसेवणाकुसीलस्स य एएसि णं जहण्णगा चरित्तपञ्जया दोण्ह वि तुला अनंतगुणा बउसस्स उक्कोसगा चरित्तपज्जवा अनंतगुणा पडिसेवणाकुसीलस्स उक्कोसगा चरित्तपञ्जवा अनंतगुणा कयासकुसीलस्स उक्कोसगा चरित्तपज्जया अनंतगुणा नियंठस्स सिणायस्स य एतिसि णं अजहण्णमणुक्कोसगा चरित्तपज्जवा दोण्ह वि तुला अनंतगुणा।७६६।-765 |
(९१६) पुलाए णं भंते किं सजोगी होज्जा अजोगी होज्जा गोयमा सजोगी होज्जा नो अजोगी होजा जइ सजोगी होचा किं मणजोगी होजा वइजोगी होज्जा कापजोगी होजागोयमा मणजोगी वा होजा वइजोगीवा होजा कायजोगी वा होजा एवं जाब नियंठे सिणाए णं-पुच्छा गोयमा सजोगी वा होजा अजोगी वा होजा जइ सजोगी होजा किं मणजोगी होजा-सैसंजहा पुलागस्स ६७६७।-768
(९१७) पुलाए णं भंते किं सागारोवउत्ते होजा अणागारोक्उत्ते होज्जा गोयमा सागारोवउत्ते
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