Book Title: Aetihasik Jain Kavya Sangraha
Author(s): Agarchand Nahta, Bhanvarlal Nahta
Publisher: Shankardas Shubhairaj Nahta Calcutta

View full book text
Previous | Next

Page 646
________________ बाजू बंधन बाटडो Maratest बाबोहा बालाणए बालूडा बाल्हेसर ८६ प्याग बीकाण बया बोटानी बुक 6 बुल्लति बेवि बोहइ बोहयतो बोहिय हो भण्डारउ भत्तिवंतु भमिग भराव्यो ३५२ गहना विशेष ३०३ वाट, प्रतीक्षा, राह, मार्ग १३० पपीहा २१३ पपीहा : कठिन शब्द-कोष भलके भलद्दलीयो भवणिडिय १६७ बोलते हैं वूश ३३७ वर्षा हुई चेकर २९४, ३३४ दोनों हाथ लाडु ३९ बाल्यावस्था में १६६ ( प्यारे) बालक ४१४ बीकानेर १६३ दुलाना, हवा डालना ३७३ वेष्टित हो गया १७ वाद्य विशेष २७२ बिलाड़ा ग्राम ८५ भंडारा ३६८ भक्तिवन्त ३० भ्रमण करके २७४ भराया भवियण हु भलेरीय भवियण १,६७,११६,२६८,४०२ भविकजन, भव्य व्यक्ति २४,३१ 99. ॐ ३९३ भला ३७८ भार्या भज्जा भंभी भाखसो भाट भाण भांभल भाठि का नाम ३८७ दो, दोनो २ बांधना, शिक्षादेना भृंगली ३९२ बोध (ज्ञान) देते हुए भइरवी ७ बोध देकर भेक ३१० बहु, बहुत भ भासुरह ਮਿਲ भेय ३६७ चमकता : १ भिक्षा भुंगल २९३,३३१,३४४ ३५२ वाद्य विशेष भूवलए ३७ पृथिवा में ७५ वाद्य विशेष १०५ भैरवी रागका नाम २८९ मेंढक ४०१ भेद भाजिग भोयण भालिम मइडी ८४०१ ३०३ चमके ३०३ चमका १ भवनमें स्थित Jain Education International 2010_05 For Private & Personal Use Only १०५ वाद्य विशेष ८१ कैद, अंधेरी कोठरी १६५ जाति विशेष २९८ भानु, सूर्य : ३०४ पागल, भोली १५९ कष्ट, दुख म १६५,३५२ भाजक जाति ३४८ भाजन ; ३९३ भोलापन, अज्ञानता : ३४७ कमरा : ; www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 644 645 646 647 648 649 650 651 652 653 654 655 656 657 658 659 660 661 662 663 664 665 666 667 668 669 670 671 672 673 674 675 676 677 678 679 680 681 682 683 684 685 686 687 688 689 690 691 692 693 694 695 696 697 698 699 700