Book Title: Aetihasik Jain Kavya Sangraha
Author(s): Agarchand Nahta, Bhanvarlal Nahta
Publisher: Shankardas Shubhairaj Nahta Calcutta
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४८२
ऐतिहासिक जैन काव्य संग्रह
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१९४
१४८
रूपजी
०
२२
9
रूपहर्ष रूपादे
रासल
लखमसीह रीणीपुर ६८,१९९,२५१,२५२ लखू रीहड (वंश) ७७,७९,९२,९३,९५, लब्धिकलोल
७८,१२३ १०१,१०२,१०७,११९, लब्धिमुनि
१७८,१८८,२२६,३३८,२१ | लब्धिशेखर ९८,१२१,१२२,१२३, रुघनाथ
१८८,३०४ रूदपाल १६,१८,३८६,३८८,३९० ललितकीर्ति २०७,४०५,४२२
३९१,३९२,३९४,३९६ लालू रूपचन्द २४९,२५०, २८८,२९७,
लकेर लक्ष्मीचन्द
६७,१८८ ४१७,४३० लक्ष्मीतिलक (बिहार) रूपसी ३१६,१४६,१४७,३३०,३३२ लक्ष्मोधर
२४२,२४६ लक्ष्मीप्रमोद ४३०,४३२ लक्ष्मीलाभ
२९६ रूस्तक
लाहण
२०६ रेखां ४२१ लाडिमदे
२०६ रेखाउत
लाधोशाह
३३२ १४३ लालचन्द्र
१९३,२८६,३०१ ४१,२२० लावण्यविजय
३६१,३६२ रेवतीमित्र
२२१ लावण्यसिद्धि २१०,२११,२१२,४२२ रोल
| लाहोर (लाभपुर) ६१,६३,६६,७३ रोहीठ ६६,४१५
७४,७६,८०,९२ रङ्गाकुशल
१४०
९६,१००,१२५,१२६, रङ्गविजय
१७७
१२८,१४६,१४८,१५१,
१७२,१९३,१९९,३५० लखाउ
__५१,४०६,४०८ लांबिया लखमण
लीबडी
२८५,२८६ लखमादे
. ४३२ लीला (दे) १३४,३५४,१४७ लखमिणी ३७७,३७८,३८०,३८१ । लीला दे
४२५
२२४
१८८
रेडर्ड रेवंत
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