Book Title: Aetihasik Jain Kavya Sangraha
Author(s): Agarchand Nahta, Bhanvarlal Nahta
Publisher: Shankardas Shubhairaj Nahta Calcutta
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४६२
ऐतिहासिक जैन काव्य संग्रह
३४७
अब (निरव पूरि (२)का बास्था | कमलसोह वस्याका नान) ३७८,३७९,३८०, कमलहर्ष
३८१ कमीपुर आंबड
कयवन्ना
करण (दानी) कंचग्मल
१९४
करण (उदयपुरके नरेश) १७७,१८८ कचराशाह
२८६ करणादे
३०१ २९४,३०७
करमवन्द (भणशाली) ५५ कटारिया (गोत्र) ८२,१८८,१९३
करमद (वछावत) ६०,६१,६६, १३०
६७,७२,७४,७५,७६,८०,९४, कनकधर्म
२९९
१००,१०७,१०९,१२५,१२६ कनकविजय ३५३,३५४,३५५,३९७,
१२७,१२८,१५०,१५१,१७९ ३५९,३६१
कामवन्द(माउसुखा) , . .२१४ कनसिंह
२४३
करमवन्न(कोठार।) ३०१ कन रूपोम ७०,९०,१४०,१४९
करमचन्द (चोग्वेडीया) ३४६,३४७, कनागा ( कन्यानपन ) पुर १४
३५०,३५१,३५२,३५३ कपूर ३२७ करमसिंह
५३ कपूरवन्द १८५,१९४,३४६,३५४
करमसी १९३,२४०,२४७ करदे
करमसो (मुनि) २०४,२०५, कर्म ग्रंथ कम्मरयडो २६६,२७३
कर्माशाह
२८१ कमळ (तापप)
करुण कमलग्न
करुयामती कमलविजय ३४१,३४८,३४९,
कल्याण (जेपलमेरके राउल) १८६ ३५१,३६४ | कल्याण (ईडरके राजा) ३५८,३६२
१९३
१८६
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