Book Title: Aavashyak Saptati Author(s): Munichandrasuri, Maheshwarcharya, Labhsagar Gani Publisher: Agamoddharak Granthmala View full book textPage 3
________________ प्रकाशक आगमोद्धारक ग्रंथमाला ना एक कार्यवाहक -- शा. रमणलाल जयचन्द कपडवंज (जिल्ला - खेड़ा) ५००=०० गणिव श्री चिदानन्दसागरजी महाराज ना सदुपदेशथी Mataria जैन संघना ज्ञानखाता तरफ थी । २५१=०० विदुषी साध्वीजी, श्री मलयाश्रीजी महाराजनी सुशिष्या साध्वीजी श्री कैवल्यश्रीजीए करेल ५०० आयंबिल नी तपस्या निमिज्ञे ज्ञानभक्तिमाथी । मुद्रक - शांति प्रिन्टर्स इन्दौर - १Page Navigation
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