Book Title: Upasakadasanga Sutra
Author(s): Sudharmaswami, Somji Rishi
Publisher: Surat
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पबर
६२
पबइंदर जिमकामदेव तिमवादवानीमयो वांदानई सेवासक्तिकरी धर्मकधासातला ऊरकोनि
णे दहउँदाकामदेवोतदानिग्रति जावपछवासतिधम्मकहा कंडको नपासणी
श्रादिदेर्शनई श्रमणतरावंतमहावीरदेव । ऊंउकोजियश्रावकतई। मकक्षिा देऊंडको लियाईसमरोतगमहावारीऊंडकोलियंसमणोवासयंएवेवयामा सेणु लिया। समणोपासक कालरंजन।। बेपदोरमयाननसमा ए कंडकोलियासमोवासियाकलेशं पुवावरण्हेकालसमयंसी। असोगवाजीनऽविषई। । एकदेवता तुम्हारीसामीपत्राव्योत्रा तिवार तेदेवताई नामांकित{धिका
आसोगवणियाएएगेदेवेतियेपाउत्सविता ततसेदेवेनाममुद्दयंत निमजश्ववनजाणवळ तेषरूं| देऊडकोलिया। श्रावक ।। एअर्धसाचोबसमर्थनई पुई देवजावपगियासेणूणंऊंडकोलियासमोवासयालेसमोदिता
वीन
पद
पाबोग
परनाऊ

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