Book Title: Upasakadasanga Sutra
Author(s): Sudharmaswami, Somji Rishi
Publisher: Surat
View full book text
________________
हुनयोजन कसरूयोजन दिसई
पार्वदिसिलवणसमुई।। । एकसदश्रयोजनप्रमाण हेत्रसामजोग देष | माद पन्ने पुरिश्चिमेलवणसमुद्दे जोयणसहस्मियंस्वितंजारापासत्तिएवंद हिएइंपकस पश्चिमदिसए उतर चुलहेमवंत वर्षधरपर्वत सामजागर देषज्ञ खि पञ्चचिमणानन्तरेणंजावचुनदिमवंतावासदरपवयं जाणापासति नधोलोकरंअधमरनप्रसानरकटधवीए) लोलुखुउनरकावासो चउरामासहस्रवर्ष) आयुनिस् अदिश्मीसेरयाणपसारापुटवाए लोलुचुयनरयेचउरासीईवाससहस्सा सीमकर्म। जाणाई देष तिवारपळा तेरेवतागाधापतिण इणिषस्तावमद्यपानक श्योजाणापासत्तिातएणसारेवगादावई अमयाकयाईमता जाव शेषनवी उदवाबस्वतांणनाउघाडेमा जिहांपोषधमाला जिहां महासत्तका राषनव नद्यनेवसरकरालुलताघुमना .
श्रावका उत्तरियक्किममाएर जैऐवपोसहसाला जेऐवमदासयए।समगोवा
रीमाती

Page Navigation
1 ... 181 182 183 184 185 186 187 188 189 190 191 192 193 194 195 196 197 198 199 200 201 202