Book Title: Upasakadasanga Sutra
Author(s): Sudharmaswami, Somji Rishi
Publisher: Surat
View full book text
________________
घका
तिवारपनी तेरेवती गाधापतिमादासतक श्रमणोपासकनो अादरअएपीमती। ततेणंसारेवर्शगाहावईणी महासपर्ण समरणोवासएगादाश्यमाणे अण जाणतोतेस्त्रानोवचन एडवी निमावीजेदिसघका तिमनगई || तिवारपना]
अपरियाणियमाएगजामेवदिसिंपाउनया तामेवदिसिंपडिगया सपणं ते मादासतक श्रावक पदिलीश्रावक नाप्रतिज्ञा अंगाकारकरीनई) / विचरमंठ सामदासयएसमोवासए पदमउवासगपडिमंजवसंपधिशाग विदर । पहेला श्रावकनी प्रतिज्ञा जवामुत्रनया तिमअगायारपणिकावी तिवारपळाने महाशतक) | तिपदमउवासगपरिमाहासुन जावएक्कारस्मवितएशंसे महासयएस
श्रावक नेतिझाकरवल अतिऽबलजबानसाजालनासरीपद तिवारपलाते महासतक मोवासए। तेणं चरालेणं कावकि सेधमसिंतएजाए तएणंतस्मामदास
पुरीकाधा
राउदार।

Page Navigation
1 ... 179 180 181 182 183 184 185 186 187 188 189 190 191 192 193 194 195 196 197 198 199 200 201 202