Book Title: Upasakadasanga Sutra
Author(s): Sudharmaswami, Somji Rishi
Publisher: Surat

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Page 169
________________ वर यणदार माहरोसरीरपरडोअनई अदमणा मादी ए ) अविमिन्ना। नार्या]] | सम्पराषकार) जावत्राश्चति जावीयममश्मा अणिमितासायरिया जावसमसुहड़ सुरवऽखनासादानारे तेदनईपालदासर माहराघरघालेबुलेन) मुझनईभागलिमारमई तेमा रकसादियातिपीयम्लतिसातोगिहातोगीसिरममयतोघापतितं टचं श्रेयतोनिश्चमुझनश्पृपुरु माखं| श्मकरीन मालवानई जिमजुतलिपिलाघांसो तिम सेयरवस्तुममपयंपुरिसं गिरितालिका उछाईएजदाचुललिविया नहे जा सर्वे जोलिबुं। परंएनलो इहांनिमित्रा कोलाहनकरतोसोसलाने कहि सेवचुनामिपिताना सवंतालिया नवरंधशिमिता कोलादलंसुणितातणेति सेसंचुलाण परई कदिवउं हांपतलो अरुणचुगविमानन विषई निहाया आजघुतो गवीन मादा साफसई) पयावतच्या नवरं अरुणचुपउवधातो जावमदग्वदेदेवासे मिशिहिति विपिन सायईि विदेन विषई।

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