Book Title: Tibba Ratnakar
Author(s): Kanhaiyalal Munshi, Bansidhar Munshi
Publisher: Kanhaiyalal Munshi

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Page 8
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra भापाय ठहरी हुई और अगली दवाइयों की बिधि में । फसल बत्तीसवीं दरवहरहमें ॥ www.kobatirth.org फ़सल तेतीसवीं फ़सल चौंतीसवीं कर्ण रोग दूर करने के तेलों में ॥ फ़सल पैंतीसवीं पेट के दरद दूर करने वाले तेलों में ।। रोगनों में ॥ फ़सल सैंतीसवीं इन्द्री के रोग दूर करने के तेलों में ॥ फ़सल अडतीसवीं वालों के तेल के प्रकणीमें ॥ फ़सल उन्तालीसवीं ज़रूक अर्थात् पिचकारी में | फ़सलचालीसवीं सऊत अर्थात् नाक में टपकाने की दवा में ॥ फ़सल इकतालीसवीं सनून अर्थात् मंजन में ॥ फ़सल व्यालीसवीं सनून अर्थात् मिस्सी के भेदों में ।। Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir फ़सल इत्ती सवीं गिरपड़ने की चोटों आदि और तलवार के घाव को १०८ ६ दूर करने तेलों में ॥ X के For Private and Personal Use Only टष्ट पंक्ति १०३ ५ १०६ १२ 2 ८ १०२ २३ ११० ५ १९१३ १४ ११४ २१ १९६

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