Book Title: Siri Usahanahchariyam
Author(s): Vijaykastursuri, Chandrodayvijay Gani
Publisher: Nemi Vigyan Kastursuri Gyanmandir
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________________ भरहरायस्स नियबलपयंसणं / 173 सरय-समुभववारिएहिं पिव अम्हेहिं मुहा गज्जियं, रायपत्तीहिं पिव अम्हाहिं मुहा विअडं कड क्खिरं ?, सामग्गीदंसगेहिं पिव अम्हेहिं मुहासंनद्धं, जुद्धमणोरहे अपुण्णे अम्हाणं अहंकारधारितणं निष्फलं चिय गयं" एवं विचिंतमाणा विसायविसगभिया स-मुक्कारा स-फुक्कारा सप्पा इव ते अवसप्पंति / ताहे खत्तियमहाधणो भरहेसरो वि महण्णवो वेलं पिव नियं सेणं अवसारेइ / महोयंसिणा चक्किणा अवसारिज्जमाणा नियसेणिगा पए पए समूहीभूय एवं आलोयंति-"मंतिमिसेण कस्स वेरिणो मंतेण अम्हाणं सामिणा दुबाहुमेत्तेण इस दंदजुद्धं अणुमयं, सामिणा जो हि संगामो अभिमओ, तं तु तक्केण भोयणं पिव, तम्हा अहो ! अलाहि एएण, अभओ परं अम्हाणं किं कज्जं ? / छक्खंडभरहखित्तनरवईणं रणकम्ममुं अम्हाणं किं को वि अवकतो ?, जेण अज्न रणकम्माओ अम्हे निसिहिज्जामो / जइ सुहडेसु नटे सु विजिएसु हएसु बा सामिणो जुद्धं जुत्तं, अण्णह न उ, रणे हि विचित्ता गई / जइ एगं बाहुबलिं विणा अण्णो को वि पंडिवक्खो होज्जा, तया सामिणो जुद्धम्मि कयाई न हि संकामहे / उदग्गबाहुणा बाहुबलिणा सद्धिं आहवम्मि पागसासणस्सावि विजयम्मि संसओ होज्जा, तया के अण्णे ? / महानईपूरस्स इव दुस्सहवेगस्स तस्स बाहुबलिणो जुद्धम्मि पढमं भत्तुणो ठाउं न जुज्जइ / पुव्वं आसदमेहिं दमिए आसे अहिरोहणं पिव पुव्वं अम्हेहिं जोहिए तो सामिणो रणो उइओ,” एवं अण्णुण्णं बवमाणे सेणिगे पेक्खिऊण इंगियागारेहिं ताणं मगोगयभावजाणगो चक्कबद्दी समाहविऊण इअ भासेइभरहस्स नियसेण्णाणं पुरो घलपयंसणं / ___ जहेब तमबुंदविणासणम्मि भाणुणो किरणा अग्गेसरा तहेव तुम्हे सत्तु. संमद्दणम्मि मम अग्गेसरा सुहडा हवेह / जह अगाह-परिहाए हत्थी चप्पतडं नाभिगच्छेज्जा तह तुम्हेसु सुहडेसु समाणेसुं को वि रिऊ मं पइ न आयाइ, मम जुद्धं अद्विपुग्विणो तेण तुम्हे एरिसं मुहा आसंकेह, भत्ती हि अपए वि भयं पेक्खेइ / सुहडा ! सत्वे तुम्हे संमिलिऊण मज्झ बाहुबलावलोयणं कुणेह, जेण तुम्हाणं संका ओसढेण रोगोव्व खणेणं पणस्सइ, इअ वोत्तूणं चक्कवट्टी खणगपुरिसेहिं खणेणाऽवि अइवित्थिण्णगहीरं एगं गड्डं खाणेइ, दाहिणवारिहिणो तीरम्मि सज्झगिरी इव तस्स गड्डस्स तडम्मि भरहेसरो उवविसइ, स वामबाहुम्मि वडरुक्खम्मि जडाओ 1 वारिदैः / 2 विकट कटाक्षितम् / 3 तस्मिन्काले / 4 अपक्रान्तः / 5 प्रतिपक्षः-शत्रुः / 6 पाकशासनस्य-इन्द्रस्य / 7 अपदे-अस्थाने / 8 सह्यगिरिः /

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