Book Title: Shastra Sandeshmala Part 24
Author(s): Vinayrakshitvijay
Publisher: Shastra Sandesh Mala

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Page 347
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org उपला शारिवा मूर्वा लट्वा खट्वा शिवा दशा । कशा कुशेशा मञ्जूषा शेषा मूषेषया स्नसा वस्नसा विस्रसाभिस्सा नासा वाहा गुहा स्वाहा । कक्षाऽऽमिक्षा रिक्षा राक्षा भङ्गयावल्यायतिस्त्रोटिः पेशिर्वासिर्वसतिविपणी नाभिनाल्यालिपालिभल्लि पल्लिभ्रुकुटिशकटी चच्चरिः शाटिभाटी । खाटिर्वर्त्तिर्व्रततिवमिशुण्ठीतिरीतिर्वितर्दिदर्विर्नीविच्छविलिविशठिश्रेठिजात्याजिराजि रुचि : सूचिसाची खनिः खानिखारी खलिः कीलितूली क्लमिर्वापिधूली कृषि: स्थालिहिण्डी त्रुटिर्वेदिनान्दी किकि: कुक्कुटि: काकलिः शुक्तिपङ्क्ती किखिस्ताडिकम्बी द्युति: शारिरातिस्तटि कोटिविष्टी वटिर्गृष्टिवीथी । दरिर्वल्लरिर्मञ्जरीः पुञ्जिभेरी शरारिस्तुरिः पिण्डिमाढी मुषुण्ढिः ॥ ४४ ॥ राटिराटिरटवि: परिपाटिः फालिगालिजनिकाकिनिकानि । चारिहानिवलभि प्रधिकम्पी चुल्लिचुण्टितरयोंऽहतिशाणी ॥ ४५ ॥ सनिः सानिमेनी मरिर्मारिरयो ॥ ४३ ॥ षधी विद्रधिर्झल्लर: पारिरभ्रिः । शिरोधिः कविः कीर्तिगन्त्रीकबर्यः कुमार्याऽऽढकी स्वेदनी हादिनीली 5. Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir काण्डी खल्ली मदी घटी गोणी षण्डाल्येषणी द्वणी । तिलपर्णी केवली खटी नध्रीरसवत्यौ च पातली 380 For Private And Personal Use Only 1180 11 ॥ ४६ ॥ हरिण्यश्मरी कर्त्तनीस्थग्यपट्यः करीर्येकपद्यक्षवत्यः प्रतोली । कृपाणीकदल्यौ पलालीहसन्यौ वृसी गृध्रसी घर्घरी कर्परी च ॥ ४७ ॥ ॥ ४१ ॥ ॥ ४२ ॥ 1182 11

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