Book Title: Shastra Sandeshmala Part 24
Author(s): Vinayrakshitvijay
Publisher: Shastra Sandesh Mala

View full book text
Previous | Next

Page 365
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org संमद्दे उत्थग्घ, हेट्ठामुहयम्मि उम्मत्थं । परिवत्तणम्मि उत्थल्ला, उवदेहीइ उद्देही उक्कोडी पाडस, बिसे उसीरं, डरम्मि उप्फेसो । उम्मल्ला तण्हाए, अतडे कूवम्मि उत्तूहो उज्जम - गुंठिय-छिद्देसु उज्झस - उब्भग्ग- उच्छिल्ला । उच्छुअ- उम्मर - उब्धंता भयचोरिय- देहलि-गिलाणा सुणे उज्जडं उक्के अ बली, उड्डसो अ मक्कुणए । संतम्मि य उभाओ, उद्धत्थो विप्पलद्धे य Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir उज्जल्ला उम्मड्डा हढम्मि, विमलम्मि उच्चारो । विउले उच्चाडो, पयडे उच्चेवो, दढम्मि उच्चत्थो अह त्ति पेच्छहअत्थे, उडिदो मासम्मि, साइणी उअरी । उल्लोचो य वियाणे, छिम्पयकारुम्मि उंछओ होइ उड्डासो संतावे, उग्घुटुं पुंसियं, अरिम्मि उल्लोलो । दरिए उत्तुण - उम्मुह उच्चुंच-उच्छुच्छु- उत्तुरिद्धीओ आरूढे उल्लूढो उच्चप्प - उच्चुप्पिआ तह य । उव्वीढं उद्धरियं उम्मरियं चेय उक्खाए उच्छट्टो उड्डहणो चोरे, दुअचोरियाई उच्छंटो । उत्ताल - उव्वेत्ताला अच्छिण्णाऽऽरावरुइयम्मि खिण्णे उव्वाअ- उत्तंपिया य, हासम्मि उल्लेवो । उब्भुग्ग- उप्कंदोला चलम्मि, मूढम्मि उम्मइयं उब्भालणं उप्पणणे, पलायणत्थम्मि उज्झमणं । उच्छवियं सयणीए, उइंतणं उत्तरिज्जम्मि उल्ललियं सिढिलठिइम्मि, णिउणगहियम्मि उग्गहियं । उल्लेहडो य लोले, रइजोग्गे तह य उवसेरं ३५८ For Private And Personal Use Only ॥ ९३ ॥ ॥ ९४ ॥ ॥ ९५ ॥ ॥ ९६ ॥ ॥ ९७ ॥ 1136 11 ॥ ९९ ॥ ॥ १०० ॥ ॥ १०१ ॥ ॥ १०२ ॥ ॥ १०३ ॥ ॥ १०४ ॥

Loading...

Page Navigation
1 ... 363 364 365 366 367 368 369 370 371 372 373 374 375 376 377 378 379 380 381 382 383 384 385 386 387 388 389 390 391 392 393 394 395 396 397 398 399 400 401 402 403 404 405 406 407 408 409 410 411 412 413 414 415 416 417 418 419 420 421 422 423 424 425 426 427 428 429 430 431 432 433 434 435 436 437 438