Book Title: Shabdaratnamahodadhi Part 1
Author(s): Muktivijay, Ambalal P Shah
Publisher: Vijaynitisurishwarji Jain Pustakalaya Trust Ahmedabad
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गुह्यक-गून शब्दरत्नमहोदधिः।
७७५ गुहा+पत्) वि!, ५२मात्मा -पुराणगुह्यं सकलं समेतं | गूढपदी स्त्री. (गूढः पादोऽस्याः ङीप) सा५५५. गुरोः प्रसादात् करुणानिधेश्च- देवीभा० १।३।३७ । । गूढपाद् पुं. (गूढः पादो यस्य) सप, साप. हम, 43, ढों, आयलो.
गूढपाद त्रि. (गूढौ पादौ यस्य) di3. वाणु, २क्ष। गुह्यक पुं. (गृहन्ति रक्षन्ति निधि ण्वुल पृषो० यगागमः) ४२. ५वाणुं -उपानद्गूढपादस्य सर्वा चर्मावृतेव
કૂબેરનું ધન સાચવનાર એક જાતની દેવજાતિ, યક્ષ- भूः -महा० ।
गुह्यकस्तं ययाचे-मेघ० ५, खरनी ४२. गूढपुरुष पुं. (गूढः पुरुषः) गुप्तयर, धूपी पोलीस.. गुह्यकाली स्त्री. तंत्र॥स्त्र. प्रसिद्ध दी.वी. गूढपुष्प, गूढपुष्पक पुं. (गूढानि पुष्पाणि अस्य) मखन, गुह्यकेश, गुह्यकेश्वर पुं. (गुह्यकानामीश ईश्वरो वा) 3. बर.
गूढफल पुं. (गूढं यथातथा फलति अच्) l२नु, गुह्यगुरु पुं. (गुह्यः गुरुः) भाव, शिव.
वृक्ष. गुह्यदीपक पुं. (स्वयं गुह्यः सन् दीपयति दीपि+ण्वुल्) | गूढभाषित न. (गूढं भाषितम्) छान. स.२. ___ागियो 8.31, अधोत.
गूढमार्ग पुं. (गूढो मार्गः यस्य) छानो २स्तो, मानoll गुह्यनिःष्यन्द पुं. (गुह्यात् उपस्थात् निःष्यन्दते निर्+ भा. स्यन्द्+ अच्) भूत्र.
| गूढमैथुन पुं. (गूढं मैथुनम्) 0132. (न. गूढं मैथुनम्) गुह्यपुष्प पुं. (गुह्यं पुष्पमस्य) पी५४ान .
छार्नु भैथुन. गुह्यबीज पुं. (गुह्यं बीजमस्य) मे तनु, घास.. गूढवर्चस् त्रि. (गूढं वर्थोऽस्य) हेॐ. गुह्यभाषित न. (गुह्यं भाषितम्) गुप्त वियार.. गूढवल्लिका स्त्री. डीट वृक्ष. गुह्यमय पुं. (गुह्यप्रचुरः प्राचुर्ये मयट) ति.स्वा. गूढव्यङ्गया स्त्री. (गूढं काव्यार्थभावनापरिपक्वबुद्धिमात्रवेद्यं -गुह्याष्टक न. भारतभूत्याहि ताथाष्ट.
__व्यङ्ग्यं यत्र) मे सतनी सक्षu. गू (तुदा. पर. अ. सेट-गुवति) विष्ठान त्या ४२वी, गूढसाक्षिन् पुं. (गूढः साक्षी) छानो साक्षी. -अर्थिना
आ3 °४ (स्त्री. गच्छत्यपानेन देहात् गम्+कू टिलोपश्च) स्वार्थसिध्यर्थं प्रत्यर्थिवचनं स्फुटम् । यः श्राव्यते विष्ठा, भा.
तदा गूढो गूढसाक्षी स उच्यते- व्यवहारतत्त्वम् । गूढ त्रि. (गुह्+क्त) गुप्त, छार्नु, राणे, संवृत - गूढाङ्ग पुं. त्रि. (गूढान्यङ्गानि यस्य) tic, छन।
आनन्दमयमारभ्य गूढा सर्वेषु वस्तुषु-पञ्चदशी ३।३८, અંગવાળું, ગુપ્ત શરીરવાળું. (न.) .iत. स्थग, मान. मा.
गूढाङ्गी स्त्री. (गूढाङ्ग+डीप) आयली. गूढचार पुं. (गूढः सन् चरति) गुप्त दूत, सूस., यूपी गूढाध्रि पुं. (गूढा अद्भ्योऽस्य) स, सा५. पोलीस.. (त्रि.) छार्नु ३२८२.
गूढाधि, गूढाङ्ग्री स्त्री. (गूढाछ्योऽस्याः) सा५५५, गूढचारिन् (त्रि.) सूस, धूपी पोरीस.. (पु.) गुप्त सपिए. दूत, पोलीस..
गूढोत्पन्न पुं. (गूढं यथा तथोत्पन्नः) घरभ गुप्त रीत. गूढज पुं. (गूढः गुप्तः सन् जायते जन्+ड) ६.२ त्पन थयेस पुत्र - गूढोत्पन्नोपविद्धश्च दायादा ગુપ્ત રીતે ઉત્પન્ન થયેલો પુત્ર. (ત્રિ.) ગુપ્ત રીતે बान्धवाश्च षट्-मनु० ९।१५९ ।। उत्पन था२ -गृहे प्रच्छन्न उत्पन्नो गूढजस्तु सुतः गूढोत्मन् पुं. (गूढः आत्मा पृषो० -भवेत् वर्णागमाद् स्मृतः-याज्ञ० २।१२९ ।
हंसः सिंहो वर्णविपर्ययात् । गूढोत्मा वर्णविकृतेगूढनीड पुं. स्त्री. (गूढं नीडं वासस्थानं यस्य) vi°४. वर्णलोपात् पृषोदरः ।।) ५२मात्मा. पक्षी..
गूथ (गू+थक् अर्द्धर्चा.) विष्टा, भदा. गूढपत्र पुं. (गूढं पत्रमस्य) डालन, 13, ३२७र्नु गूथलक्त पुं. (गूथे रक्तः आसक्तः रस्य ल:) विष्ठा 53.
ખાનારું એક જાતનું પક્ષી-જે મેનાને મળતું હોય છે. गूढपथ पुं. (गूढः पन्था यस्य अच्) मंत:४२९५. (पुं.) गून त्रि. (गू+क्त तस्य नः) २. विष्ठानो. त्या यो छानी २२तो, गुप्त भार, ५ ..
डोय त.
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