Book Title: Saral Sanskritam Part 05
Author(s): Yashovijay
Publisher: Divya Darshan Trust

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Page 185
________________ [2] संस्कृत, गुराती :1. हेवो नभेत. 15. वासुदेव छोडशे. 2. सभे माशुं. 16. में भारी १२स्या हता. 3. पाणी पडेल. 17. लेछो २भ्या ता. 4. भगवान २क्षशे. 18. सेवडो होडशे. 5. जे यायो बोल्या. 19. स. तात. 6. ले भुसारी वसशे. 20. बगलामो क्षय पामशे. 7. सरस्वती हेवी बोरशे. 21. ५i3वो गया ता. 8. राक्षसो पाशे. 22. योगायो शोमशे. 9. इन्द्रो पाणशे. 23. पक्षीमो याता. 10. पण भट . 24. स्त्रीमो. राधशे. 11. तमे थे पू४शो. 25. धन वध्युतुं. 12. पंडितो याल्या. 26. मिथ्याइष्टिमा ठोयुं तुं. 13. पाहीमो यात्या ४शे. 27. तेसो पंहन ४२शे. 14. स्त्रीमो वीरती. [3] ३५:1. मन्थितास्मि मन्थितास्वः मन्थितास्मः ।4. चेषीय चेषीवहि चेषीमहि मन्थितासि मन्थितास्थः मन्थितास्थ | चेषीष्ठाः चेषीयास्थाम् चेषीढ्वम् मन्थिता मन्थितारौ मन्थितारः चेषीष्ट चेषीयास्ताम् चेषीरन् 2. मोषिष्यामि मोषिष्यावः मोषिष्यामः 5. दुधुवे दुधुविवहे दुधुविमहे मोषिष्यसि मोषिष्यथः मोषिष्यथ | दुधुविषे दुधुवाथे दुधुविघ्वे मोषिष्यति मोषिष्यतः मोषिष्यन्ति | दुधुवे दुधुवाते दुधुविरे 3. आशिष्ये आशिष्यावहि आशिष्यामहि |6. हृदयम् हृदये हृदयानि आशिष्यथाः आशिष्येथाम् आशिष्यध्वम् | आशिष्यत आशिष्येताम् आशिष्यन्त हृदयेन हृदयाभ्याम् हृदयैः हृदयस्मै हृदयेभ्यः हृदयस्मात् हृदयेभ्यः हृदयस्य हृदययोः हृदयेषु हृदय ! हृदये ! हृदयानि ! हृदये स२९ संस्कृतम् - ५ . १७१ . પાઠ-૨/૨૫ %

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