Book Title: Saral Manav Dharm Part 01
Author(s): Mahendra Sen
Publisher: Shakun Prakashan Delhi

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Page 24
________________ सात्विक भोजन सब से अच्छा भोजन है। ऐसे भोजन से आदमी में सादगी, दया, शान्ति, बुद्धि बढ़ती है और शरीर पुष्ट होने के साथ चेतन बनता है । मांस खाने से हानियां मांस मनुष्य का भोजन नहीं है। जिन पशुओं का भोजन मांस है वे जन्म से ही बच्चों को मांस से पालते हैं तथा उन की शरीर रचना, दांत, मेदा आदि उसी तरह के होते हैं । मनुष्य के दांत, पंजा, नाखून, नसें, हाजमा और शरीर मांस खाने वाले जानवरों की तरह के नहीं होते । रायल कमीशन ने एक रिपोर्ट में लिखा है कि मांस खाने के लिए मारे गए पशों के शरीर में तपेदिक जैसे भयानक रोगों के कीटाणु होते हैं। उनका मांस खाने वाले आदमियों को भी वही बीमारियां लग जाती हैं। विज्ञान के अनुसार मांस को हजम करने के लिए मामूली भोजन के मुकाबले चार गुनी शक्ति चाहिए। महात्मा गांधी ने कहा था कि मांस खाना अनेक भयानक बीमारियों की जड़ है। लोगों का जो यह ख्याल है कि मांस खाने से ताकत बढ़ती है, यह गलत है । क्या हाथी, घोड़ा जैसे बलशाली पशु मांस खाते हैं ? इसी तरह यह समझना भी गलत है कि मांस खाने वाले सैनिक अधिक वीरता

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