Book Title: Saral Manav Dharm Part 01
Author(s): Mahendra Sen
Publisher: Shakun Prakashan Delhi

View full book text
Previous | Next

Page 39
________________ वीर शिरोमणि चामुण्डराय लगभग एक हजार वर्ष पुरानी बात है । भारत के दक्षिण में जहां श्राज मैसूर राज्य है वहां मारासिंह द्वितीय का राज्य था । उनके वीर सेनापति चामुण्डराय बड़े वीर और ज्ञानी थे । वीर चामुण्डराय की वीरता से कई पास पड़ौसी राक्षस राजानों की हार हुई और राजा मानसिंह की कीर्ति दूर-दूर तक फैली । पुरुष चामुण्डराय यद्यपि ब्राह्मण कुल में पैदा हुए थे, उन की माता जैन धर्म में श्रद्धा रखती थीं । उन्हीं के पुण्य प्रभाव से चामुण्डराय भी ग्रहिंसादि धर्मों के पक्के पक्षपाती थे। जहां एक तरफ उन्होंने प्राचार्य श्रार्यसेन के पास अस्त्र-शस्त्र विद्या प्राप्त की, वहीं दूसरी चोर उन को आचार्य अजितसेन स्वामी से उच्च कोटि की धर्म शिक्षा का भी लाभ हुआ । इस तरह सेनापति चामुण्डराय कर्मवीर और धर्मवीर दोनों ही गुणों में पूर्ण थे । ܀܀

Loading...

Page Navigation
1 ... 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69