Book Title: Saral Manav Dharm Part 01
Author(s): Mahendra Sen
Publisher: Shakun Prakashan Delhi

View full book text
Previous | Next

Page 52
________________ कहलाता है और उस का धर्म, धन और कीति सव नष्ट हो जाते हैं । समाज में उसे घृणा की दृष्टि से देखा जाता है । यदि भेद खुल जाए तो झगड़ा होकर मारपीट और हत्या तक की नौवत आ जाती है। ____संसार में यह सातों ही. व्यसन घृणित पाप समझे जाते हैं और यह परलोक भी विगाड़ने वाले हैं। सदाचारी व्यक्ति को इन से सदा दूर रहना चाहिए। । HumaTING

Loading...

Page Navigation
1 ... 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69