Book Title: Sankshipta Prakrit Shabda Roopmala
Author(s): Chandrodayvijay
Publisher: Zaverchand Ramaji Shah
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शब्दरूपमाला ॥
. [ ५
(५) 'ऋ'कारान्तपुल्लिंग पिअर-पिउ' (पित) शब्दः । एकवचन.
. बहुबचन. पढमा- पिआ, पिअरो. पिअरा, पिअवो, पिअओ,
पिअउ, पिऊ, पिउणो. बीआ- पिअरं.
पिअरे, पिअरा, पिऊ, पिउणो. तइआ- पिअरेण, पिअरेणं, पिअरेहि, पिअरेडिं, पिअरेहिं, पिउणा.
पिऊहि, पिऊहिं, पिऊहिं. चउत्थी- पिअरस्स, पिउणो, पिअराण, पिअराणं, पिउस्स.
पिऊण, पिऊणं. : पंचमी-- पिअरत्तो, पिअराओ, पिअरत्तो, पिअराओ पिअराउ,
पिअराउ, पिअराहि, पिअराहि, पिअरेहि, पिअराहिन्तो, पिअरा. पिअराहिन्तो, पिअरेहिन्तो, पिउणो, पिउत्तो, पिअरासुन्तो, पिअरेसुन्तो, पिऊओ, पिऊउ, पिउत्तो, पिऊओ, पिऊउ, पिऊहिन्तो. पिऊहिन्तो, पिऊसुन्तो. पिअरस्स, पिअराण, पिअराणं,
पिउणो, पिउस्स. पिऊण, पिऊणं. सत्तमी--
पिअरे, पिअरम्मि, पिअरेसु, पिअरेसुं, [पिअरंसि] पिऊसु, पिऊसुं.
पिउम्मि, [पिउंसि.] संबोहण- हे, पिअ, पिअरं, पिअरा, पिअघो, पिअओ,
पिअर, पिअरो. पिअउ, पिऊ, पिउणो. एवम्-भायर-भाउ (भ्रातृ), जामायर-जामाउ (जामात),
भत्तर-भत्तु (भत्तू) इत्यादयः ।
छट्ठी
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