Book Title: Sankshipta Prakrit Shabda Roopmala
Author(s): Chandrodayvijay
Publisher: Zaverchand Ramaji Shah
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शब्दरूपमाला |
पउमा- ससा.
बीआ ससं.
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(७) ऋकारान्त स्त्रीलिंग 'ससा' (स्वसू) शब्दः ।
एकवचन.
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पदमा
छुहा.
बीआ- छुहं.
बहुवचन.
ससा, ससाओ, ससा.
ससाउ, ससाओ, ससा.
शेषे 'दया' शब्दवत् ।
एवम् दुहिआ ( दुहित), नणंदा ( ननान्दु), पिउसिआ पिउच्छा (पितृष्वसु) माउसिआ - माउच्छा (मातृष्वसृ ) इत्यादयः ।
१
(८) धकारान्त स्त्रीलिङ्ग 'हा' (क्षुधू) शब्दः ।
एकवचन.
बहुवचन. छुहाउ, छुहाओ, छुहा. छुहाउ, छुहाओ, छुहा.
[ १५
शेषं 'दया' शब्दवत्.
૧ વિદ્યુત્ સિવાયના વ્યંજનાન્ત સ્ત્રીલિંગ શબ્દોમાં અન્ય ગુજનન 'आ' : 'या' थाय छे. सरिया - आ ( सरित्), आवया - आ (आपद् ), संपया-आ (संपद्) वगेरे. विशेष विज्जु (विद्युत् ). छुहा ( क्षुधू-क्षुधा ), दिसा ( दिशू ), कउहा ( ककुभ् ), अच्छरसा-अच्छा (अप्सरस् ), गिरा (गिर ), पुरा (पुर), धुरा (धुर), कोरे शब्द मनी तेनां यो भाशन्तस्त्रीलिंग नेत्रां थाय छे अने विज्जु ( दिद्युत्), न ३ 'घेणु' हत्थाय है,
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