Book Title: Sanghpati Rupji Vansh Prashasti
Author(s): Vinaysagar
Publisher: Rajasthan Prachyavidya Pratishthan

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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir राजस्थान पुरातन ग्रन्थमाला राजस्थान राज्य द्वारा प्रकाशित सामान्यत: अखिलभारतीय तथा विशेषतः राजस्थानदेशीय पुरातनकालीन संस्कृत, प्राकृत, अपभ्रंश, हिन्दी, राजस्थानी आदि भाषानिबद्ध विविधवाङ्मयप्रकाशिनी विशिष्ट-ग्रन्थावली प्रधान सम्पादक फतहसिंह, एम.ए.,डी.लिट. निदेशक, राजस्थान प्राच्यविद्या प्रतिष्ठान, जोधपुर ग्रन्थाङ्क १०७ वाचकोत्तस-श्रीश्रीवल्लभगणिविनिर्मिता सङ्घपति रूपजी-वंश-प्रशस्तिः प्रकाशक राजस्थान राज्याज्ञानुसार निदेशक, राजस्थान प्राच्यविद्या प्रतिष्ठान जोधपुर (राजस्थान) १९६६ ई. वि० सं० २०२६ भारतराष्ट्रीय शकाब्द १८६१ मुद्रक-हरिप्रसाद पारीक, साधना प्रेस, जोषपुर For Private And Personal Use Only

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