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प्रवेशक.
जे छंदमां एक करतां वधारे वर्णनी आवृत्ति थएली होय त्यां छेकानुप्रास थएल जाणवो.
अमारी तमारी कुमारी तुकारी;
बिचारी सुचारी विचारी न मारी. आमा म र अने च अक्षरोनी एक करतां वधारे वार आवृत्ति थएल छे माटे आने छेकानुप्रास जाणवो.
जे छंदमां आखा पदनी आवृत्ति थाय अने तेमनो शब्दार्थ जूदो जूदो एटले भिन्न होय ते लाटानुपास केहेवायछे.
"पतिपास जेने, नहि घाम चांदनी थाय;
पतिपास जेने नहि, घाम चांदनी थाय." छंदना प्रत्येक चरणना अन्त्याक्षरो अमुक प्रकारना लावी अमुक स्थितिमा गोठवा एनुं नाम अन्त्यानुमास केहेवायछे. भाषा शास्त्रियो आने तुकान्तना नामथी ओळखेछे अने तेनी पद परत्वे जूदी जूदी स्थिति थायछे ते परथी तेना छ भेद पाडेछे. १. सर्वान्त्यतुकान्त. २ समान्त्य विषमान्त्यतुकान्त. ३ समान्त्यतुकान्त. ४ विषमान्त्यतुकान्त. ५ समविषमान्त्यतुकान्त. ६ भिन्नतुकान्त.
जे छंदना चारे चरणना तुकान्त एटले अन्त्याक्षरो एक ज, होय ते सर्वान्त्यतुकान्त केहेवायछे. जेमके:-पांच पर ल लखाय, जगण ते पर थाय,
चरण कल दशमांय, रतिकरी रचुं त्यांय. ऑमां दरेक चरणना अन्त्यमा य छे माटे ते सर्वान्त्यतुकान्त. जे छंदना सम चरणांन्त अक्षर समान होय तेमज विषम १ आने केटलाक गूर्जर कवियो “वर्णसगाइ" केहेछे.
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