Book Title: Premi Abhinandan Granth
Author(s): Premi Abhinandan Granth Samiti
Publisher: Premi Abhinandan Granth Samiti

View full book text
Previous | Next

Page 10
________________ , [नौ ६३२ ६५३ ६७६ १०. बुन्देली लोक-गीत सर्वश्री गौरीशकर द्विवेदी और देवेन्द्र सत्यार्थी ६०७ ११. बुन्देलखण्ड के कवि (कविता) श्री गौरीशकर द्विवेदी ६२१ १२. अहार और उसकी मूर्तियां श्री यशपाल जैन ६२४ ८-समाज-सेवा और नारी-जगत ६२७-६६८ १. जैन-सस्कृति में सेवा-भाव जैन-मुनि श्री अमरचद्र उपाध्याय ६२६ २. समाज-सेवा महात्मा भगवानदीन ३. सस्कृति का मार्ग-समाज-सेवा श्री भगवानदास केला ४ समाज-सेवा का प्रादर्श श्री अजितप्रसाद ६४६ ५. जैन-समाज के वीसवीं सदी के प्रमुख आन्दोलन श्री परमेष्ठीदास जैन ६ ऋग्वेद में सूर्या का विवाह प्रो० धर्मेन्द्रनाथ शास्त्री ६५७ ७. भारतीय नारी की वर्तमान समस्याएँ श्रीमती कमलादेवी चट्टोपाध्याय ८. भारतीय नारी की बौद्धिक देन श्रीमती सत्यवती मल्लिक ६७० & सस्कृत-साहित्य में महिलाओ का दान डा० यतीन्द्र विमल चौधरी १०. भारतीय गृहों का अलकरण श्री जयलाल मेहता ६८० ११. धर्मसेविका प्राचीन जैन देवियाँ व० चदावाई ६८४ १२. काश्मीरी कवियित्रियाँ कुमारी प्रेमलता कौल एम० ए० ६६२ ९-विविध* ६६६-७४६ १. कौटिल्य-फालीन रसायन डा० सत्यप्रकाश ७०१ २. जैन-गणित की महत्ता श्री नेमिचद्र जैन ७१३ ३. विश्व-मानव गाधी श्री काशिनाथ त्रिवेदी ७२४ ४ एक कलाकार का निर्माण श्री काति घोष ७३५ ५ अभिनदनीय प्रेमी जी श्री जुगलकिशोर मुख्तार ७४० ६ साधक प्रेमी जी प० बनारसीदास चतुर्वेदी ७४२ १०-चित्र-परिचय ७४७-७५१ चित्र-सूची पृष्ठ १ श्री नाथूराम प्रेमी तीन २ श्रद्धाजलि चार ३ स्व० हेमचद्र, श्री नाथूराम प्रेमी और हेमचद्र की माता स्व. रमाबाई४ स्व० हेमचद्र (१६१२) ५. स्व० हेमचद्र (सन् १९३२) * इस विभाग में स्फुट लेखो के अतिरिक्त कुछ ऐसे लेख भी दिये गये है, जो देर से प्राप्त होने के कारण उक्त विभागो में नहीं जा सके ।

Loading...

Page Navigation
1 ... 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 ... 808