Book Title: Premi Abhinandan Granth Author(s): Premi Abhinandan Granth Samiti Publisher: Premi Abhinandan Granth Samiti View full book textPage 9
________________ आठ ४३६ ४४५ ४४८ ४५५ ४६४ ४७० ४७३ ४८८ ४६८ ५०६ ५१३-६२ ११. अपभ्रश भाषा का 'जम्बूस्वामिचरित' ___ और महाकवि वीर प० परमानद जैन १२. पट्खडागम, कम्मपयडी, सतक और सित्तरी प्रकरण प० हीरालाल जैन १३. जैन-साहित्य श्री हजारीप्रसाद द्विवेदी १४ जन-साहित्य में प्राचीन ऐतिहासिक मामग्री श्री कामता प्रसाद जैन १५. जैन-साहित्य को हिन्दी-साहित्य को देन श्री रामसिंह तोमर १६. जैन-साहित्य का प्रचार मुनि न्यायविजय १७ जन-साहित्य का भौगोलिक महत्व श्री अगरचद नाहटा १८. महाकवि रन्न का दुर्योधन श्री के० भुजवली गास्त्री १६ अभिनव धर्मभूषण और उनकी 'न्यायदीपिका' १० दरवारीलाल कोठिया २०. 'जन-सिद्धान्त-भवन के कुछ हस्तलिखित हिन्दी-अथ श्री परमानद जैन २१ 'माणिकचद्र-प्रथमाला' और उसके प्रकाशन श्री राजकुमार जैन नाहित्याचार्य ६-मराठी और गुजराती साहित्य १. मराठी साहित्य की कहानी प्रो० प्रभाकर माचवे २. मराठी में जैन-साहित्य और साहित्यिक श्री गवजी ने शहा ३ मराठी-साहित्य में हास्यरस श्री के० ना० डाँगे ४. मराठी का कोशसाहित्य श्री प्रा० वा० ना० मुडी. ५. रासयुग के गुजराती-साहित्य की झलक श्री केशवराव काशीराम शास्त्री ६. ऐतिहासिक महत्व की एक प्रशस्ति श्री साराभाई मणिलाल नवाव ७ चौदहवीं सदी का गुजरात का राजमार्ग श्री धीरजलाल धनजीभाई शाह ८. नल-दवदन्ती-चरित्र प्रो० भोगीलाल जयचदभाई माडेमरा ७-बुन्देलखड १ बुन्देलखण्ड (कविता) म्व० मुशी अजमेरी जी २. बुन्देलखण्ड के इतिहास की कुछ महत्वपूर्ण ऐतिहासिक सामग्री डा० रघुवीरसिंह ३. बुन्देलखण्ड के दर्शनीय स्थल सर्वश्री राधाचरण गोस्वामी और शिव सहाय चतुर्वेदी ४. बुन्देलखण्ड को पावन भूमि (कविता) स्व. रसिकंद्र ५. प्रेमी जी को जन्मभूमि देवरी श्री शिवसहाय चतुर्वेदी ६ बुन्देलखण्ड की पत्र-पत्रिकाएँ श्री देवीदयाल चतुर्वेदी 'मस्त' ७. बुन्देलखण्ड का एक महान सगीतज्ञ ८. वर बदनीय बुन्देलखण्ड (कविता) श्री वृन्दावनलाल वर्मा ९. विध्यखण्ड के वन स्व० घासीराम 'व्यास डा० रघुनाथसिंह ५१५ ५३० ५३८ ५४१ ५४३ ५६३-६२७ ५६५ ५७४ ५८३ ५८४ ५८८ ५६३Page Navigation
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