Book Title: Pravachan Ganga yane Pravachan Sara Karnika Author(s): Bhuvansuri Publisher: Vijaybhuvansuri Gyanmandir Ahmedabad View full book textPage 5
________________ - + ALLISH 11 म समर्पण ॥ Acadrasannadahabadhaanasamanarasasabamahasashanakaabkrtananey जिन महापुरूषने मुझे संसार समुद्र में से बाहर काढने को महान् कृपा करके मोक्ष मार्ग का यात्री बनाया है, उन परमपूज्य परम उपकारी प्रातः स्मरणीय, प्रातः वंदनीय प्रशान्त तपोभूति शासनदीपक प्रवचनप्रभावक गुरूदेव .. श्री आचार्य देव श्री १००८ . श्रीमद् विजय भुवनसूरीश्वरजी महाराज __ के पवित्र करकलमों में . . .. .. सादर समर्पण। .. . . . . . . ..... . .भवदीय चरण सेवक जिनचन्द्र के कोटि कोटि वंदन papersareeperseas នៅតែសំតែតែនៅតែរត់សំដែនPage Navigation
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